IT Raid In Prayagraj: प्रयागराज में आयकर विभाग की टीम ने दो प्रकाशन समूहों के कई ठिकानों पर लगातार दो दिन से छापेमारी की कार्रवाई की. इस दौरान बुधवार को आयकर विभाग की टीम ने पांच करोड़ रुपए से अधिक नकद बरामद किया है. समसामयिक घटनाचक्र के मालिक के चर्चलेन स्थित कार्यालय और आवास से दो करोड़ रुपये मिले. जबकि शिव पब्लिसिंग हाउस के मालिक और उनके भाई के तेलियरगंज, कटरा, जानसेनगंज स्थित घर, प्रिंटिंग प्रेस के अलावा शोरूम से भी तीन करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं. टीम ने बरामद पांच-पांच सौ रुपये के नोटों की गड्डियों की गिनती मशीनों से कराई. उधर, राजीव प्रकाशन समूह के मालिक के घर, ज्वेलरी शोरूम के अलावा पेपर मिल के दफ्तरों, गोदामों को खंगालने और दस्तावेजों की जांच करने का काम देर रात तक जारी रहा. आयकर अधिकारियों की 20 से अधिक टीमें दिनभर कारोबारियों के घरों, दफ्तरों और गोदामों का चप्पा-चप्पा खंगालती रहीं. घटनाटचक्र के मालिक संतोष चौधरी घर और दफ्तर में रखे दो करोड़ रुपए से अधिक का हिसाब नहीं दे सके. इसे बरामद कर लिया गया.
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शिव पब्लिसिंग हाउस के मालिक सुभाष चंद्र गुप्ता के घर से 40 लाख रुपए मिले. हिसाब न मिलने के बाद इन रुपयों को भी आयकर विभाग ने जब्त कर लिया. शिव पब्लिसिंग हाउस के मालिक के भाई के ठिकानों से भी नकदी मिली है. आयकर विभाग के एक बड़े अधिकारी ने अब तक की इस कार्रवाई में पांच करोड़ रुपए बरामद किए जाने की पुष्टि की है. आयकर विभाग के अधिकारी के मुताबिक इन रुपए को बैंक में जमा करा लिया गया है. इसके साथ ही उनके घरों से मिले भूमि और भवनों के दस्तावेजों के अलावा निवेश संबंधी कागजों की सघन जांच की जा रही है. उधर, राजीव प्रकाशन समूह के ज्वेलरी शोरूमों, पेपर मिल गोदाम और दफ्तरों के अलावा घरों के बाहर देर रात तक पुलिस का पहरा लगा रहा और सर्च की कार्रवाई जारी रही. इनके लेनदेन के रिकॉर्ड के अलावा लैपटॉप, कंप्यूटर में दर्ज आंकड़ों का मिलान किया जाता रहा. इस प्रकाशन समूह के दिल्ली और मुंबई के घरों, प्रतिष्ठानों में भी जांच जारी रही. जांच की कार्रवाई गुरुवार की यानि आज भी जारी रह सकती है.
बता दें कि शहर के बड़े प्रकाशन समूह के प्रयागराज के अलावा मुंबई और दिल्ली में भी स्थित दफ्तर, शोरूम के अलावा फ्लैट और बंगले पर भूमि, भवन के अलावा संपत्तियों की खरीद, बिक्री के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. इस समूह के बैंक खातों से हुए लेनदेन की भी जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं नामी प्रकाशन समूह राजीव प्रकाशन के मालिक पीयूष रंजन अग्रवाल के मुंबई, दिल्ली और प्रयागराज समेत कई ठिकानों और उनसे जुड़ी सहयोगी कंपनियों के कार्यालयों पर सोमवार की सुबह नौ बजे से ही आयकर छापा की कार्रवाई शुरू हो गई थी. अफसरों के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें रवाना की गईं. इस प्रकाशन समूह की सहयोगी भवन निर्माता कंपनी के अलावा फ्रेंचाइजी वाले ज्वेलरी प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की गई है.