कानपुर.देश के बड़े वनस्पति घी निर्माता के घर समेत अन्य ठिकानों लर आयकर विभाग की कार्रवाई लगातार 5 वें दिन भी जारी रही.अलग-अलग ठिकानों से बड़ी संख्या में करोड़ों का सोना व ज्वेलरी मिलने की सूचना है.ग्रुप के मालिकों से ज्वेलरी व सोने की खरीद-बिक्री के प्रपत्र व आईटीआर अफसरों ने मांगा है. वहीं चार ऐसी शेल कंपनियां भी सामने आई हैं, जिनका इस्तेमाल बड़े व्यापारिक लेनदेन के लिए किया गया है.साथ ही इनके दम पर 18 करोड़ से ज्यादा का लोन भी उठाया है. वहीं ग्रुप ने करीब साढ़े 22 करोड़ से ज्यादा का कारोबार ऐसे उद्यमियों से किया है, जिन्होंने सालों से आयकर रिटर्न भी दाखिल नहीं किया है. पांच दिन में करीब पांच करोड़ रुपये भी बरामद हुए हैं.इनसे संबंधी कागजात भी मांगे गए हैं.
आयकर सूत्रों के मुताबिक अभी तक ग्रुप पर 21 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ने की सूचना है. इसमें अभी और इजाफा हो सकता है.वहीं अफसरों का मानना है कि सोमवार की देर रात तक स्थिति पूरी तरह साफ हो जाएगी. वहीं ग्रुप व इनके सहयोगियों के 35 में से 29 ठिकानों में छापे की कार्रवाई पूरी हो गई है. सोमवार शहर में दो जगह समेत छह ठिकानों पर कार्रवाई चलती रही.
गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई तेल कारोबारी के खिलाफ छापे की कार्रवाई शक्कर पट्टी, सिविल लाइंस, रनियां स्थित फैक्टी, कारपोरेट ऑफिस व आवास के अलावा मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, इंदौर, देवास में भी हुई. छापे के दौरान ग्रुप की ओर से किए करीब 75 करोड़ के कारोबार में बड़ी टैक्स चोरी का अंदेशा है.छापे के पांच दिन बाद भी अधिकारी इसके हिसाब-किताब व कागजों के मिलान में जुटे रहे.तेल निर्माता ग्रुप का सालाना कारोबार लगभग दो सौ करोड़ रुपये आंका गया है.
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बड़े कारोबारी के यहां आयकर छापे को बेहद गोपनीयता बरती जा रही है..कोई भी आला अफसर इसके बारे में बताने से बच रहा है.छापे में लगी टीमों को बकायदा ह्यवीह्णनाम का कोड दिया है. सिविल लाइंस स्थित आवास में लगी टीम को वी-1 व शक्कर पट्टी में छानबीन कर रही टीम को वी-2 का कोड मिला.इसी तरह लगी 50 टीमों को ऐसी ही नाम दिया.