IT Raids on Piyush Jain: इत्र कारोबारी के घर से 181 करोड़ बरामद, मकान और कारखाने में कैश की खोज जारी…

शिखर के दो सप्लायरों केके अग्रवाल और पीयूष जैन का नाम खुलने पर डीजीजीआई ने इन दोनों के ठिकानों पर भी रेड कर दिया था. केके अग्रवाल सुपारी का सप्लायर है और पीयूष इत्र का सप्लायर.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2021 6:39 PM

IT Raids on Piyush Jain: यूपी के कन्नौज में इत्र उद्योग समेत अन्य कारोबार से जुड़े कानपुर के एक कारोबारी पीयूष जैन के आवास और अन्य परिसरों पर छापेमारी में 181 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाबी नगदी बरामद हुई. गुरुवार यानी 23 दिसंबर से शुरू हुई आयकर विभाग की इस कार्रवाई ने पूरे देश में सुर्खियां बटोर ली हैं.

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से आयकर विभाग सक्रिय हो गया है. टीम ने टैक्स चोरी के शक में गुरुवार की सुबह से ही इत्र व्यापारी पीयूष जैन के एक साथ 7 ठिकानों में छापेमारी की थी. छापेमारी में अवैध कैश के बंडल देखकर आयकर विभाग भी आश्चर्य में पड़ गया. आयकर विभाग को इत्र कारोबारी के आवास पर अब तक 181 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. इसको गिनने के लिए आयकर विभाग ने 8 मशीनें मंगवाई थीं, जो 55 घंटों तक नोट गिनने का काम करती रहीं. अंतत: आयकर विभाग ने शुक्रवार की देर रात इत्र व्यापारी पीयूष जैन को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया.

बिक्री कम दिखाकर करते थे टैक्स चोरी

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, इत्र कारोबारी पीयूष कई बार कम बिक्री दिखाकर टैक्स कम भरता था. इसके अलावा फर्जी कंपनियों के बिल काटकर वह टैक्स की चोरी करता था. कुल बरामद किए गए 181 करोड़ रुपए में से 177 करोड़ रुपये आनंदपुरी स्थित घर से और चार करोड़ कन्नौज से बरामद हुए हैं. आनंदपुरी से एक और कन्नौज से दो तिजोरियां भी मिली हैं.

ऐसे हुआ खुलासा 

बता दें कि कानपुर स्थित शिखर पान मसाला निर्माता के घर और कारखाने पर डीजीजीआई अहमदाबाद की टीम ने रेड की थी. शिखर मसाले के ट्रांसपोर्टेशन का काम पीयूष जैन देखता था. अहमदाबाद में चार ट्रक अवैध पान मसाला जब्त किया गया था. इसके बाद डीजीजीआई अहमदाबाद की टीम शिखर मसाला निर्माता के यहां आई थी. शिखर के दो सप्लायरों केके अग्रवाल और पीयूष जैन का नाम खुलने पर डीजीजीआई ने इन दोनों के ठिकानों पर भी रेड कर दिया था. केके अग्रवाल सुपारी का सप्लायर है और पीयूष इत्र का सप्लायर.

रिपोर्ट : आयुष तिवारी

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