Azadi ka Amrit Mahotsav: कानपुर की लाल इमली जहां अंग्रेजों ने बताशे के लिए बरसाए थे मजदूरों पर डंडे
Independence Day 2022 लालइमली में देश की आजादी का जश्न ही नहीं मना बल्कि पटाखे भी जमकर छुड़ाए गए और श्रमिकों के बीच बताशे बांटे गए. रात 11:30 बजे की पाली समय से शुरू हो गई लेकिन 12:05 मिनट पर तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान हुआ
Independence Day 2022: आजदी का जश्न 14 अगस्त की रात ही अंग्रेजों द्वारा 1876 में स्थापित लालइमली में भी मनाया गया था.लाल इमली मे चाहे श्रमिक हो या अधिकारी हर कोई आजादी के जश्न में खुशियां मना रहा था. उस समय लालइमली में 3 बजे से 11:30 बजे की ड्यूटी में काम रहे श्रमिकों ने हूलागंज से 10 किलो शक्कर(चीनी) के बताशे मंगा लिए थे. लेकिन इसकी जानकारी जैसे ही अंग्रेज सुपर वाइजर टॉम यूज को मिली तो उसने लाल इमली में छापा मार दिया था.
जब बताशे नहीं मिले तो टॉम यूज भड़क उठा और उसने रामनिवास नाम के श्रमिक को वहीं पर पीटना शुरू कर दिया. जैसे ही टॉम यूज की करतूत की खबर फैली, उसी दौरान सभी श्रमिक आक्रोशित(गुस्सा) हो गए इस पर लालइमली प्रबंधन को उसी समय माफी मांगनी पड़ी. जिसके बाद मामला शांत हो गया. इसके बाद रात वाली ड्यूटी में 11:30 बजे श्रमिक आए और गोपनीय मीटिंग कर तय किया कि 12 बजे बजते ही आजादी का जश्न मनाया जाएगा.
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आजादी के जश्न में पटाख़े भी छुड़ाए
लालइमली में देश की आजादी का जश्न ही नहीं मना बल्कि पटाखे भी जमकर छुड़ाए गए और श्रमिकों के बीच बताशे बांटे गए. रात 11:30 बजे की पाली समय से शुरू हो गई लेकिन 12:05 मिनट पर तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान हुआ, फिर श्रमिकों ने एक-दूसरे के गले मिलकर बधाई दी थी. वहीं लालइमली के कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरी रात मिल में जश्न मना था और जमकर आतिशबाजी की गई थी.