वाराणसी: आजादी के जश्न में डूबा पहलवान लस्सी, ग्राहकों को परोसा जा रहा Tiranga Lassi

Independence Day 2023: वाराणसी के लस्सी का कलेवर भी बदल गया है. 73 साल पुराने लस्सी के दुकान पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा लस्सी (Tiranga Lassi) दिया जा रहा है. आइए जानते हैं विस्तार से.

By Shweta Pandey | August 15, 2023 3:37 PM

Independence Day 2023: आज 15 अगस्त है. भारत इस साल अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहा है. आज के दिन 1947 को हमारे देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी. इस खास अवसर पर देश के सभी हिस्सों में समारोह का आयोजन किया गया है. इस बीच अब वाराणसी के लस्सी का कलेवर भी बदल गया है.73 साल पुराने लस्सी के दुकान पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा लस्सी (Tiranga Lassi) दिया जा रहा है. आइए जानते हैं विस्तार से.

आजादी का जश्न पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस खास अवसर पर काशी के लंका स्थित पहलवान लस्सी के दुकान पर ग्राहकों को आज तिरंगा लस्सी परोसा जा रहा है. जो पूरी तरह से नेचुरल है. इस लस्सी की कीमत नॉर्मल लस्सी के बराबर ही है.

पहलवान लस्सी कहां है

आपको बताते चलें कि पहलवान लस्सी काशी के अलावा पूरे विश्व में मशहूर है. इस लस्सी को दही,चीनी, केशर, गुलाबजल से बनाया गया है. पहलवान लस्सी के दीवाने राजनीतिक के दिग्जग और बॉलीवुड के स्टार भी है. अक्षय कुमार से लेकर मिथुन चक्रवर्ती, संजय मिश्रा,राजेश खन्ना, अनुराग कश्यप, सोनू निगम, मनोज तिवारी और रवि किशन आकर लस्सी पीते हैं.

पहलवान लस्सी

बताते चलें पहलवान लस्सी का दुकान पूरे 73 साल पुराना है. इस दुकान पर रबड़ी वाले लस्सी के साथ केसर लस्सी, मसाला लस्सी, चॉकलेट लस्सी, केसर लस्सी, बनाना लस्सी, मसाला लस्सी भी है. बता दें लस्सी की कीमत 30 रुपए से लेकर 500 रुपए तक है.

वाराणसी में घूमने के लिए जगह

वाराणसी (काशी) उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है और यह एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है. यहाम पर कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं जिन्हें आप घूमने के लिए चुन सकते हैं.

काशी विश्वनाथ मंदिर: यह मंदिर श्री विश्वनाथ भगवान के लिए समर्पित है और यह एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है.

काशी घाट: वाराणसी के तट पर कई घाट हैं जैसे कि दशाश्वमेध घाट, मानसा घाट, अस्सी घाट आदि. यहाम पर आरती और पूजा की जाती हैं.

सरनाथ: यह बौद्ध तीर्थ स्थल है जहां गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था.

संकटमोचन मंदिर: यह हनुमानजी के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ पर आपको धार्मिक महत्वपूर्ण आरती देखने को मिलेगी.

तुलसी मनस मंदिर: यह मंदिर कवि तुलसीदास के नाम पर समर्पित है.

राजघाट: यह एक प्रसिद्ध घाट है जो वीर भगत सिंह की आत्मकथा ‘किसा का दिया’ के रचयिता शेख़ अजमल की कब्र स्थित है.

भगवान विशालाक्षी मंदिर: यह एक प्रसिद्ध शैव मंदिर है जिसमें भगवान विशालाक्षी की मूर्ति स्थित है.

काशी महाकालेश्वर मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव के लिए समर्पित है और यह एक प्रमुख शैव तीर्थ स्थल है. बता दें इन स्थलों के अलावा वाराणसी में बगीचे, बाजार, स्थानीय खाने की जगहें आदि भी हैं. जहां आप घूमने जा सकते हैं.

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