Independence Day 2023: ऐसे जुड़ा स्वतंत्रता आंदोलन से कैसे जुड़ा है काला पानी जेल का नाम

Independence Day 2023, Cellular Jail Port Blair: सेल्यूलर जेल चारों तरफ से गहरे समुद्र से घिरी हुई है. इसके चारों ओर कई किलोमीटर तक सिर्फ समुद्र का पानी ही दिखता है. इसकी सबसे बड़ी खूबी ये थी कि इसकी दीवारों को काफी छोटा बनाया गया था, इतना छोटा कि कोई भी उसे आसानी से पार कर सकता था.

By Shaurya Punj | August 14, 2023 1:00 PM
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Independance Day 2023: काला पानी या सेल्यूलर जेल हमेशा से चर्चित रही है. इसे ब्रिटिश सरकार ने भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों को सजा देने के लिए बनाया था. आज हम आपको ऐसी सजा के बारे में बताएंगे जिसका नाम सुनते ही हर अपराधी कांप उठता है और अपराध करने से पहले सौ बार सोचता है. जी हां आज हम बात कर रहे हैं काले पानी की सजा के बारे में जो सेलुलर जेल में दी जाती है जैसे अंडमान निकोबार में बनाया गया है.

अंडमान निकोबार में स्थित सेल्यूलर जेल को लोग काला पानी (Kala pani saja) भी कहते हैं. आज भी इसे इसी नाम से जाना जाता है. इस जेल के नाम से ही कैदियों की रूह कांप जाती थी. इस जेल को अंग्रेजों ने बनवाया था, जोकि अंडमान निकोबार द्वीप की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में स्थित है. 1942 में जापान ने अंडमान द्वीप पर कब्जा कर अंग्रेजों को खदेड़ दिया था. हालांकि 1945 में दूसरा विश्वयुद्ध खत्म होने पर ये फिर से अंग्रेजों के कब्जे में आ गया था.

क्या है काले पानी की सजा?

दरसल सेलुलर जेल को पहले काला पानी की सजा के नाम से जाना जाता था क्योंकि यह अंग्रेजों द्वारा बनाई गई एक ऐसी जेल थी जहां से निकल पाना किसी भी कैदी के लिए नामुमकिन था. सेलुलर जेल में कैदियों को इतनी कड़ी सजा दी जाती थी, की वे वहां से भागने योग्य ही नहीं रहते थे और दूसरे जेल को कुछ इस तरह से बनाया गया था कि वहां से कोई भी निकल कर भाग जाए ऐसा कभी हो ही नहीं सकता था.

सेलुलर जेल को अंग्रेजों द्वारा बनवाया गया था जिसका निर्माण 1857 की पहली क्रांति के दौरान किया गया था. इस जेल को बनाने में लगभग 10 साल से भी ज्यादा का समय लग गया था. यह जेल अंडमान निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में बनाई गई है.

जेल से भाग पाना था नामुंकिन

सेल्यूलर जेल चारों तरफ से गहरे समुद्र से घिरी हुई है. इसके चारों ओर कई किलोमीटर तक सिर्फ समुद्र का पानी ही दिखता है. इसकी सबसे बड़ी खूबी ये थी कि इसकी दीवारों को काफी छोटा बनाया गया था, इतना छोटा कि कोई भी उसे आसानी से पार कर सकता था. इसके बावजूद भी किसी के लिए जेल से बाहर निकलकर भाग जाना लगभग नामुमकिन था. क्योंकि कोई ऐसा करने की कोशिश भी करता तो उसे चारों ओर पानी अलावा और कुछ नहीं दिखेगा और अगर कैदी ने भागने की कोशिश भी की तो समुद्र के पानी में ही डूबकर उसकी मौत हो जायेगी.

सेलुलर जेल में और उसके आसपास करने के लिए चीजें

इनमें से एक है सेल्युलर जेल अंडमान में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें. यदि आप यहां यात्रा कर रहे हैं, तो इन्हें आस-पास देखना सुनिश्चित करें पर्यटक स्थल.

1. प्रदर्शनी गैलरी

प्रदर्शनी गैलरी राष्ट्रीय स्मारक के भूतल पर स्थित है. प्रदर्शनी में स्वतंत्रता सेनानियों के सामान और यादें हैं जिन्हें जेल में सजा दी गई थी.

2. स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें

सेलुलर जेल के परिसर में स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें प्रदर्शित की जाती हैं. फोटो गैलरी आपको बीते युग में ले जाएगी और आप आम देशवासियों के साथ-साथ कई लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें देखेंगे जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया.

3. नेताजी गैलरी

नेताजी गैलरी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस नामक एक महान स्वतंत्रता सेनानी के सामान को प्रदर्शित किया गया है.

4. लाइट एंड साउंड शो

शाम को होने वाला अद्भुत और दिल को छू लेने वाला लाइट एंड साउंड शो देखने लायक होता है. यह शो ब्रिटिश काल की एक झलक दिखाता है कि कैसे राजनीतिक हस्तियों और स्वतंत्रता सेनानियों को जेल में डाला गया था और सेलुलर जेल में उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया था. यह शो दो भाषाओं हिंदी और अंग्रेजी में प्रस्तुत किया जाता है. मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार जैसे दिनों में हिंदी शो का समय शाम 6 बजे से 7:15 बजे तक है. अंग्रेजी शो 7:15 बजे शुरू होता है और एक घंटे तक चलता है.

कैसे पहुंचे सेल्युलर जेल

सेलुलर जेल भारत और दुनिया के लिए एक विरासत संरचना है, भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक सहज हिस्सा है, बहादुर कैदियों की कई कहानियों का संग्रह है, और अमानवीय गतिविधियां हैं, अगर आप वास्तविक वाइब्स को महसूस करना चाहते हैं तो यह जगह एक जरूरी जगह है. .

आप मुख्य भूमि भारत से वायुमार्ग और जलमार्ग के माध्यम से द्वीप पर पहुंच सकते हैं और एक अच्छी तरह से विकसित रोडवेज नेटवर्क के माध्यम से स्थानीय रूप से आवागमन कर सकते हैं. नीचे सूचीबद्ध कुछ सर्वोत्तम यात्रा विकल्प हैं जिन तक पहुँचने के लिए आप विचार कर सकते हैं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आगे सेलुलर जेल.

एयर द्वारा

वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में पोर्ट ब्लेयर सेलुलर जेल का निकटतम हवाई अड्डा है. हवाई अड्डे से, ऐतिहासिक जेल तक पहुँचने के लिए 4 किमी की दूरी तय करने के लिए टैक्सी या ऑटो-रिक्शा ले सकते हैं. हवाई अड्डे को भारत के सभी मेट्रो शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता से उड़ानें मिलती हैं. निम्नलिखित एयरलाइनों को इन द्वीपों के लिए उनकी नियमित नॉन-स्टॉप उड़ानों के लिए चुना जा सकता है.

दिल्ली – एयरइंडिया का एक तरफ का किराया 7000 रुपये से शुरू

कोलकाता – विस्तारा, इंडिगो, एयरइंडिया, स्पाइसजेट एक तरफ का किराया 6000 रुपये से शुरू

बेंगलुरु – इंडिगो, गोएयर, एक तरफ का किराया 5000 रुपये से शुरू

चेन्नई – एयरइंडिया, स्पाइसजेट, विस्तारा, इंडिगो, गोएयर एक तरफ का किराया 4000 रुपये से शुरू

पानी से

चेन्नई, कोलकाता और विशाखापत्तनम बंदरगाह से नियमित जहाज़ पोर्ट ब्लेयर के लिए रवाना होते हैं. कोई इन जहाजों पर सीट आरक्षण ऑनलाइन कर सकता है और जलमार्ग से पोर्ट ब्लेयर की यात्रा कर सकता है. पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह से, राष्ट्रीय स्मारक लगभग है. आरजीटी रोड से 8 किमी दूर. जगह तक पहुँचने के लिए, आप बस, टैक्सी या ऑटो जैसे स्थानीय परिवहन किराए पर ले सकते हैं.

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