लखनऊ में मनाया जा रहा स्वतंत्रता दिवस का जश्न, जनेश्वर मिश्र पार्क में 15 अगस्त से शुरू होगा वाटर स्क्रीन
Janeshwar Mishra Park: लखनऊ में एशिया का सबसे बड़ा पार्क है. जहां मछलियों से लेकर अनोखे तरह के फूलों की कई वैराइटी है. इस पार्क में ऐसी कई चीजें हैं जो आपने शायद ही कभी किसी दूसरे पार्क में देखा होगा. चलिए जानते हैं एशिया के सबसे बड़े पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क के बारे में.
Janeshwar Mishra Park: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एशिया का सबसे बड़ा पार्क है. जहां मछलियों से लेकर अनोखे तरह के फूलों की कई वैराइटी है. इस पार्क में ऐसी कई चीजें हैं जो आपने शायद ही कभी किसी दूसरे पार्क में देखा होगा. जनेश्वर मिश्र पार्क में स्केटिंग के शौकीनों के लिए फील्ड बनाया जाएगा. चलिए जानते हैं एशिया के सबसे बड़े पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क के बारे में.
जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ के गोमतीनगर एक्सटेंशन में स्थित है. यह पार्क करीब 376 एकड़ में फैला हुआ है. जनेश्वर मिश्र पार्क में लोग दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं. इस पार्क में विभिन्न पक्षी प्रजातियां हैं, जो लोगों के लिए मनोरंजन का केंद्र है. जनेश्वर मिश्र पार्क में हर साल सरकार लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च करती है. यहां आपको बोटिंग, नृत्य-मंच, फुटबॉल का मैदान, टेनिस कोर्ट, साइकल ट्रैक, जॉगिंग ट्रैक मिल जाएगा.
सेल्फी पॉइंट
जनेश्वर मिश्र पार्क में सेल्फी पॉइंट भी बनाए गए हैं. इसके अलावा इस पार्क में एक कहानी घर भी बनाया गया है. जो पूरी तरह डिजिटल चीजों का इस्तेमाल करके बनाया गया है.
जनेश्वर मिश्र पार्क को किसने बनवाया था
जनेश्वर मिश्र पार्क को समाजवादी पार्टी के दिवंगत राजनीतिज्ञ जनेश्वर मिश्र की याद में बनाया गया है. इस पार्क का उद्घाटन 5 अगस्त 2014 को शहर की आम जनता के लिए किया गया. जनेश्वर मिश्र पार्क की यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 6 अगस्त 2012 को पार्क की आधारशिला रखी थी. यह पार्क सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश का एक ड्रीम प्रोजेक्ट था.
जनेश्वर मिश्र कितने में बना था
जनेश्वर मिश्र पार्क 168 करोड़ रुपये (276,026.668 डॉलर) की लागत में तैयार किया गया था. यह पार्क लंदन के हाइड पार्क की तर्ज पर विकसित किया गया है.
जनेश्वर पार्क में स्केटिंग
राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में स्केटिंग के शौकीनों के लिए फील्ड बनाया जाएगा. ऐसे में अब इस पार्क की पार्किंग व गेट के सामने सड़क पर स्केटिंग नहीं करनी पड़ेगी. साइकिलिंग की सुविधा भी फिर मिलेगी. गोल्फ कार्ट गाड़ियां शुरू की जाएंगी. साथ ही पार्क में सभी दुकानें व उनके फर्नीचर एक तरीके व रंग के होंगे. इसके अलावा जनेश्वर पार्क में स्क्रैप से जुरासिक पार्क भी तैयार किया जाएगा.
अब मिलेंगी ये सुविधाएं
पार्क में साइकिलें रखी जाएंगी, जिन्हें किराए पर दिया जाएगा। सुबह शाम आने वाले लोग इनको लेकर पार्क में साइकिलिंग कर सकेंगे. इसी तरह गोल्फ कार्ट गाड़ियां भी किराए पर चलेंगी. बुजुर्ग, विकलांग व बीमार लोग इनसे घूम सकेंगे.
दुकानें खुलेंगी
पार्क में खान-पान की अच्छी प्रतिष्ठित ब्रांड की दुकानें खुलेंगी. अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा है कि किराए पर देने के लिए दुकानों की. ऐसी डिजाइन तैयार कराएं, जिसमें सभी दुकानें एक ही तरह व साइज की हों. इनके रंग से लेकर फर्नीचर तक सभी एक ही तरह के रखे जाएंगे.
जनेश्वर पार्क में बोटिंग
जनेश्वर मिश्र पार्क की झील में फिर से बोटिंग की सुविधा शुरू होगी. बैठक में हुए फैसले के अनुसार, इसकी व्यवस्था का जिम्मा निजी कम्पनी को बोटिंग के लिए दिया जाएगा. वही बोट लाएगी और संचालन करेगी.
वाटर स्क्रीन शो 15 अगस्त से होगा शुरू
जनेश्वर मिश्रा पार्क में सबसे बड़े वाटर स्क्रीन का 11 अगस्त को ट्रायल किया जाएगा. जबकि 15 अगस्त से शुरू हो जाएगा. जानकारी के अनुसार वाटर स्क्रीन शो के लिए प्रति व्यक्ति से 20 से 50 रुपए तक शुल्क वसूला जा सकता है. कलकत्ता की एक फर्म द्वारा यह कार्य पूरा किया गया है. फिलहाल शुल्क का निर्धारण एलडीए की बोर्ड बैठक में तय किया जाना है. करीब 100 मीटर लंबी पानी के फव्वारे बनाने वाली वॉटर स्क्रीन भारतीय संस्कृति को दर्शाएगा. इसके लिए डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार किया गया है. शो में समुद्र मंथन, रामायण, महाभारत जैसे तमाम ग्रंथों को दर्शाया जाएगा. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में दर्शन की दृष्टि से महत्वपूर्ण धरोहरों का भी वर्णन किया जाएगा.