सहरसा : पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में भारत की ओर से शहीद हुए बीस सैनिकों में बिहार के पांच जवान भी शामिल हैं. इनमें से सहरसा जिले से सटे गांव आरन के कुंदन यादव नाम के एक जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, देश की सुरक्षा करते हुए अपनी शहादत देने वाले कुंदन यादव की पत्नी ने कहा कि आखिरी बार 9 जून को उनसे बात हुई थी. उन्होंने कहा कि मेरे पति की शहादत का बदला चाहिए.
बिहार: भारत-चीन सीमा की गलवान घाटी में भारत की ओर से शहीद हुए बीस सैनिकों में सहरसा से सटे गांव आरन के कुंदन यादव नाम के एक जवान भी शामिल हैं। कुंदन की पत्नी,"आखिरी बार 9 तारीख को उनसे बात हुई थी। उनकी मौत का बदला चाहिए।" pic.twitter.com/pD8BBiK4bi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 17, 2020
मालूम हो कि सहरसा के आरन गांव निवासी बिहार रेजिडेंट आर्मी जीडी के जवान कुंदन कुमार (27) मंगलवार की रात भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुए हिंसक झड़प में शहीद हो गये. वीर जवान के शहीद होने की सूचना उसकी पत्नी बेबी देवी को कर्नल ने दूरभाष से दी. कर्नल ने फोन पर बताया कि आरन गांव निवासी भारतीय सेना के जवान कुंदन सैनिक मुठभेड़ में शहीद हो गये है.
सूचना मिलते ही पत्नी फफक-फफक कर रो पड़ी. एक घंटे के अंदर यह सूचना गांव में आग की तरह फैल गयी. फोन, सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने लगे. सभी लोगों की आंखें नम थीं. लेकिन, मुंह से एक ही बात निकल रहा था कि कुंदन का जीवन धन्य हो गया. देश की सेवा करते देश की रक्षा के लिए उन्होंने अपनी जान दी है. यह गर्व की बात है.
कुंदन के शहीद होने से प्रखंड सहित जिले में शोक का लहर छाया हुआ है. जिला एवं कोशी वासी भारत सरकार से चीन को सबक सिखाने की मांग कर रहे है. लोगों का एक ही कहना है कि चीन को सबक नहीं मिलता है तो कुंदन सहित बिहार के तीन व देश के बीस जवानों की शहादत बेकार हो जायेगी. शहीद के चाचा महेंद्र, योगेंद्र एवं सुरेंद्र सहित अन्य सभी परिजनों में मातम पसरा हुआ है.