वृन्दावन में खुला देश का पहला गर्ल्स सैनिक स्कूल, जानिए इसकी खासियत

देश का पहला गर्ल्स सैनिक स्कूल वृंदावन में खोला गया है. बता दें कि नए साल के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वात्सल्य ग्राम में इसका लोकार्पण किया.

By Nutan kumari | January 2, 2024 12:13 PM
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India first Girls Military School: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1 जनवरी को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृन्दावन में देश के पहले संविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल, पहला पूर्ण-गर्ल्स सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया. इसे “महिला सशक्तिकरण के इतिहास में एक स्वर्णिम क्षण” बताया है. कहा गया है कि यह संस्थान उन महिला छात्रों के लिए प्रकाश की किरण बनेगा जो मातृभूमि की सेवा के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने की इच्छा थी.

स्कूल की खासियत

बता दें कि स्कूल की स्थापना साझेदारी मोड पहल के तहत की गई है. जिसका लक्ष्य 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित करना है. लगभग 870 छात्रों की क्षमता के साथ, सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में गैर सरकारी संगठनों/निजी/राज्य सरकारी स्कूलों के साथ संविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल की स्थापना की गई है, जिनमें से 42 पहले ही खुल चुके हैं. सीबीएसई से संबद्ध स्कूल में प्रशिक्षण पूर्व सैनिकों द्वारा दिया जाएगा, संस्थान में 120 सीटें होंगी.

कैसे लिया गया निर्णय

राजनाथ सिंह ने नए स्कूल को उन लड़कियों के लिए प्रकाश की किरण बताया जो सशस्त्र बलों में शामिल होने और मातृभूमि की सेवा करने की इच्छा रखती हैं. 2019 में, सिंह ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 से चरणबद्ध तरीके से सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश को मंजूरी दी थी. यह फैसला रक्षा मंत्रालय द्वारा मिजोरम के सैनिक स्कूल छिंगछिप में शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद लिया गया है.

क्या है उद्देश्य

100 नए सैनिक स्कूलों की स्थापना के पीछे का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल होने सहित बेहतर कैरियर के अवसर प्रदान करना है.

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स्कूल में होंगी ये सुविधा

  • विद्यालय में स्केट‍िंग

  • बालीवाल

  • राइफल शूट‍िंग

  • घुड़सवारी

  • सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा तय मानकों के आधार पर बाधा प्रशिक्षण के लिए मैदान तैयार कराया जाएगा.

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