नेपाल सरकार के मंत्री परिषद् (कैबिनेट) के द्वारा सभी सीमा नाका (बॉर्डर) को खोलने का आदेश दे दिया गया है. परंतु बुधवार तक इसको लेकर कोई औपचारिक पत्र पर्सा जिला कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ था, जिसके बाद बुधवार को पूर्व की तरह ही भारतीय वाहनों के प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी.
नेपाल कस्टम और पर्सा जिला कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर तक इस संबंध में उनके पास कोई औपचारिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि समाचार माध्यमों से उनकों इसकी जानकारी हुई है कि बॉर्डर खोलने का निर्णय हुआ है, लेकिन जब तक पत्र नहीं आता है सीमा पर आवागमन को सुचारू नहीं किया जा सकता है.
वहीं जानकार सूत्रों की माने तो कैबिनेट से निर्णय होने के 24 घंटे के अंदर पत्र संबंधित विभाग को आता है और ऐसे में यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि गुरुवार से भारतीय नंबर प्लेट की गाड़ियों को नेपाल में प्रवेश की इजाजत मिल सकेगी. नेपाल सरकार कोरोना महामारी को लेकर कुछ नये प्रोटोकॉल भी तय कर सकती है, जिसके तहत नेपाल प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड टीकाकरण का प्रमाण पत्र और टीका नहीं लेने वाले लोगों को आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट पेश करना होगा.
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पूर्व की तरह ही नजदीकी बाजार वीरगंज जाने के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा और केवल इंट्री पास बनवाकर इनको नेपाल प्रवेश की अनुमति होगी. दूसरी तरफ नजदीकी बाजार वीरगंज से आगे नेपाल के दूसरे जिलो में जाने वाले वाहनों को नेपाल सरकार के अर्थ मंत्रालय के द्वारा तय की गयी कस्टम फी पेड करने के बाद प्रवेश की अनुमति होगी.
नेपाल की सीमा लंबे समय तक बंद रहने के कारण दोनों तरफ के व्यापारी काफी परेशान थे. न तो भारतीय पर्यटक नेपाल जा रहे थे और ना ही बॉर्डर की परेशानी को देखते हुये नेपाली खरीदार भारत की तरफ आ रहे थे. अब सीमा पर जब सब कुछ सामान्य हो जायेगा तो सीमा पर जो व्यापार कोरोना बंदी के कारण प्रभावित हुआ था, उसको नयी ऊर्जा मिलेगी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan