वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत करना चाहेगा स्वर्णिम युग की शुरुआत, नीरज चोपड़ा करेंगे अगुआई
World Athletics Championship: हंगरी के बुडापेस्ट में 19 से 27 अगस्त तक होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में नीरज चोपड़ा भारतीय टीम का नेतृत्व करते नजर आएंगे. वर्ल्ड एथलेटिक्स में जहां अमेरिका का दबदबा रहा है, वहीं चार दशक में भारत ने सिर्फ 2 मेडल जीते हैं.
World Athletics Championship 2023: हंगरी के बुडापेस्ट में 19 अगस्त से वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आगाज होगा, तो भारत अपने स्वर्णिम युग की शुरुआत करना चाहेगा. वर्ल्ड एथलेटिक्स में जहां अमेरिका का दबदबा रहा है, वहीं चार दशक में भारत ने सिर्फ 2 मेडल जीते हैं. वर्ष 2003 में पेरिस में खेले गये विश्व एथलेटिक्स में भारत को पहला कास्य पदक अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद स्पर्धा में दिलाया था, तो यूजीन में वर्ष 2022 में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक स्पर्धा में रजत जीता था. इस बार नीरज चोपड़ा की अगुआई में भारत पहली बार गोल्ड मेडल जीतना चाहेगा.
28 एथलीटों ने किया था क्वालिफाई
इस बार विश्व एथलेटिक्स में कुल 28 भारतीय खिलाड़ियों ने क्वालिफाई किया था, जो पिछली बार की तुलना में पांच अधिक हैं. हालांकि चोटिल होने की वजह से कई खिलाड़ियों ने नाम वापस ले लिया है. दल की सबसे कम उम्र की 19 वर्षीय सदस्य शैली सिंह हैं, जो महिलाओं की लंबी कूद स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगी.
कई सीनियर खिलाड़ियों की खलेगी कमी
ऊंची कूद में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक तेजस्विन शंकर, 800 मीटर की धावक केएम चंदा और 20 किमी पैदल चाल की खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी इस बार विश्व चैंपियनशिप में नहीं हिस्सा ले रहे हैं. इनकी नजरें एशियाई खेलों पर हैं. तूर भी ग्रोइन में दर्द के कारण बाहर हैं.
🇮🇳 at #WorldAthleticsChampionships
India's 27-member squad is all set for the World Athletics Championships in Budapest, Hungary, happening from Aug 19-27. 🌍
🥈 Neeraj Chopra, India's sole former medallist, clinched silver in javelin throw at Eugene last year.
Let's unite… pic.twitter.com/ZxODjW8abF
— nnis (@nnis_sports) August 17, 2023
इन स्पर्धाओं में भारतीय खिलाड़ी देंगे चुनौती
ज्योति याराजी – 100 मीटर बाधा दौड़
पारुल चौधरी – 3000 मीटर स्टीपलचेज
शैली सिंह – लंबी कूद
अन्नु रानी – भाला फेंक
कृष्ण कुमार – 800 मीटर
अजय कुमार सरोज – 1500 मीटर
संतोष कुमार तमिलरनसन – 400 मीटर बाधा दौड़
अविनाश मुकुंद साबले – 3000 मीटर स्टीचलचेज
सर्वेश अनिल कुशारे – ऊंची कूद
जेस्विन एल्ड्रिन – लंबी कूद
एम श्रीशंकर – लंबी कूद
प्रवीण चित्रावेल – त्रिकूद
अब्दुल्ला अबूबाकर – त्रिकूद
एल्धोज पॉल – त्रिकूद
नीरज चोपड़ा – भाला फेंक
डीपी मनु – भाला फेंक
किशोर कुमार जेना – भाला फेंक
आकाशदीप सिंह – 20 किमी पैदल चाल
विकास सिंह – 20 किमी पैदल चाल
परमजीत सिंह – 20 किमी पैदल चाल
राम बाबू – 35 किमी पैदल चाल
अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल, मोहम्मद अनस, राजेश, रमेश, अनिल राजलिंगम और मिजो चाको कुरियन (पुरुष चार गुणा 400
मीटर रिले)
अमेरिका का रहा है दबदबा
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अमेरिका का दबदबा रहा है, सबसे अधिक 183 गोल्ड जीते हैं. 414 पदक जीतनेवाला इकलौता देश है.
रैंक देश स्वर्ण रजत कांस्य कुल
1 अमेरिका 183 126 105 414
2 केन्या 62 55 44 161
3 रुस 42 52 48 142
4 जर्मनी 39 36 48 123
5 जमैका 37 56 44 137
6 इथोपिया 33 34 28 95
7 यूके 31 37 43 111
9 चीन 22 26 25 73
10 क्यूबा 22 24 14 60
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पुरुष एथलीट के तौर पर जमैका के उसैन बोल्ट ने सबसे अधिक 11 गोल्ड सहित 14 पदक जीते हैं.
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अमेरिका की एथलीट एलिसन फेलिक्स के नाम 14 गोल्ड सहित कुल 20 पदक जीतने का विश्व रिकॉर्ड दर्ज है.