Tokyo Olympic में पदक का रंग बदल पाएंगी सिंधु! सबसे बड़ी बाजी जीतने के लिए कोरियाई कोच संग बहा रही हैं जमकर पसीना
रियो 2016 में सिल्वर जीतने के बाद सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप में भी खिताब जीता. दुनिया की नंबर-2 खिलाड़ी बन गयी थीं. वर्तमान में खराब फॉर्म की वजह से बीडब्ल्यूएफ की ‘रेस टू तोक्यो’ रैंकिंग में वह सातवें स्थान पर हैं.
भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु 23 जुलाई से जापान का राजधानी तोक्यो में शुरू हो रहे ओलिंपिक खेलों में पदक की सबसे बड़ी उम्मीद होंगी. रियो ओलिंपिक में सिंधु ने बैडमिंटन की एकल स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया था. तब फाइनल में सिंधु का सामना स्पेन की कैरोलिना मारिन से था. इस बार चोट के चलते मारिन बाहर हो गयी हैं, तो सिंधु एक बार फिर से गोल्ड मेडल के दावेदारों में शामिल हो गयी हैं. हालांकि अन्य खिलाड़ियों से सिंधु को कड़ी चुनौती मिलेगी. उनका प्रदर्शन भी अच्छा नहीं चल रहा है, पर सिंधु अपना पुराना फॉर्म हासिल करने में सफल रही, तो इस बार भी बैडमिंटन में भारत का पदक कोई रोक नहीं सकेगा.
खराब फॉर्म ने बढ़ायी चिंता
रियो 2016 में सिल्वर जीतने के बाद सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप में भी खिताब जीता. दुनिया की नंबर-2 खिलाड़ी बन गयी थीं. वर्तमान में खराब फॉर्म की वजह से बीडब्ल्यूएफ की ‘रेस टू तोक्यो’ रैंकिंग में वह सातवें स्थान पर हैं. सिंधु ने एशिया में काफी धीमी शुरुआत की. टोयोटा थाईलैंड ओपन में अंतिम आठ में जगह बनायी थी. 2020 बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल में ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पायीं. यूरोपीय चरण में पीवी सिंधु स्विस ओपन के फाइनल में पहुंचने में सफल रहीं, लेकिन अपनी पुरानी प्रतिद्वंद्वी कैरोलिना मारिन से हार गयीं. ऑल इंग्लैंड ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनायी, जहां वह थाईलैंड की चोचुवोंग से हार गयी थीं. तोक्यो 2020 के करीब आने तक उनका फॉर्म बहुत अच्छा नहीं रहा है.
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वापसी के लिए घंटों बहा रही हैं पसीना
सिंधु के कोरियाई कोच पार्क तेइ सेंग के साथ वह कड़ा अभ्यास कर रही है. कोच पार्क ने ट्रेनिंग के दौरान मैच जैसी स्थिति तैयार किया, ताकि अलग-अलग खिलाड़ियों के खेलने की शैली की तैयारी हो सके. सिंधु ने ओलिंपिक के लिए क्वालिफाइ कर चुके अन्य भारतीय खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग नहीं किया है. वह तेलंगाना के गाचीबाउली इंडोर स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रही हैं और अपनी फिटनेस ट्रेनिंग सुचित्रा अकादमी में करती हैं.
इनसे मिल सकती है कड़ी चुनौती
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चेन यु फेई
तोक्यो ओलिंपिक में टॉप सीड हैं. दोनों 10 बार आमने-सामने आ चुकी हैं, जिनमें से छह बार सिंधु जीती, चार बार हारी हैं. पिछली बार सामाना बीडब्ल्यूएफ टूर फाइनल्स में हुआ था, जहां सिंधु 20-22, 21-16, 21-12 से हारी थी.
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नोजोमी ओकुहारा
जापान की नोजोमी ओकुहारा भी बड़ी चुनौती होंगी. दोनों ने अब तक 18 मैच खेले हैं व सिंधु 10 बार विजेता रही हैं. ओकुहारा के लिए सबसे बड़ा फायदा होगा घरेलू दर्शक. पिछले साल इंग्लैंड ओपन में ओकुहारा ने सिंधु को हराया था.
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ताई जू यिंग
यिंग दूसरी वरीयता के साथ तोक्यो में उतरेंगी. दोनों के बीच अब तक 18 मुकाबले हुए हैं और सिंधु केवल पांच ही बार जीती हैं. अगर ताई उनके ड्रॉ में होंगी, तो सिंधु की मुश्किलें बढ़ जायेंगी.
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आकाने यामागुची
जापान की आकाने यामागुची भी सिंधु के गोल्ड के बीच बड़ी अड़चन होंगी. दोनों के बीच अब तक 18 मैच हुए हैं, जिसमें सिंधु 11-7 से आगे रही हैं. यामागुची को भी घरेलू दर्शकों का फायदा मिल सकता है.