भारतीय डॉक्यूमेंट्री द एलिफेंट व्हिस्परर्स ने ऑस्कर किया अपने नाम, जीत के बाद गुनीत मोंगा ने कही दिल की बात
The Elephant Whisperers Wins Oscars: भारत के लिए ये एक ऐतिहासिक पल है. भारतीय डॉक्यूमेंट्री "द एलिफेंट व्हिस्परर्स" ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला. गुनीत मोंगा ने आस्कर जीतने के बाद तसवीरें शेयर कर अपने दिल की बात कही है.
The Elephant Whisperers Wins Oscars: ऑस्कर 2023 शुरू हो गया है और इस बार भारतीय दर्शक इस बड़ी बेताबी से देख रहे है. एक ओर जहां दर्शकों को एसएस राजामौली की आरआरआर की ‘नाटू नाटू’ से बढ़ी उम्मीद है. तो दूसरी तरफ गुनीत मोंगा निर्मित कार्तिकी गोंजाल्विस की शार्ट फिल्म द एलिफेंट व्हिस्परर्स ने ऑस्कर जीत लिया है. जी हां, भारत का पहला ऑस्कर इस फिल्म ने अपने नाम कर लिया है.
द एलिफेंट व्हिस्परर्स को मिला ऑस्कर
भारत के लिए ये एक ऐतिहासिक पल है. भारतीय डॉक्यूमेंट्री “द एलिफेंट व्हिस्परर्स” ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला. गुनीत मोंगा द्वारा निर्मित यह फिल्म कार्तिकी गोंजाल्विस की पहली फिल्म है. गुनीत और कार्तिकी पुरस्कार लेने स्टेज पर गए. विनिंग स्पीच में कार्तिकी ने अवॉर्ड को अपनी मातृभूमि भारत और अपने परिवार को डेडिकेट किया.
'The Elephant Whisperers' wins the Oscar for Best Documentary Short Film. Congratulations! #Oscars #Oscars95 pic.twitter.com/WeiVWd3yM6
— The Academy (@TheAcademy) March 13, 2023
ऑस्कर जीतने के बाद गुनीत मोंगा ने कही ये बात
गुनीत मोंगा ने आस्कर जीतने के बाद तसवीरें शेयर करते हुए लिखा, आज की रात ऐतिहासिक है क्योंकि यह किसी भारतीय प्रोडक्शन के लिए अब तक का पहला ऑस्कर है. 2 महिलाओं के साथ भारत की जय. थैंक यू मॉम डैड गुरुजी शुक्राना. मेरे को-प्रोड्यूसर अचिन जैन, टीम सिख्या, नेटफ्लिक्स, आलोक, सराफीना, WME बैश संजना. मेरे प्यारे पति सनी. 3 महीने की सालगिरह मुबारक हो बेबी! इस कहानी को लाने और बुनने के लिए कार्तिकी. देखने वाली सभी महिलाओं को. जय हिन्द.
‘द एलिफेंट व्हिसपरर्स’ की कहानी
‘द एलिफेंट व्हिसपरर्स’ पिछले साल दिसंबर में रिलीज हुई थी. फिल्म एक अनाथ हाथी और एक दक्षिण भारतीय जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है. ये कहानी एक अनाथ हाथी और उनके दो देखभालकर्ताओं के बीच अटूट बंधन को दर्शाता है. फिल्म में तमिलनाडु के मुदुमलाई नेशनल पार्क में बोमन और बेल्ली नामक एक जोड़े को दिखाया गया है, जो हाथी के अनाथ बच्चे, रघु और अम्मू की देखभाल के लिए अपना जीवन समर्पित करते है.