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Indian Railway: यात्रीगण कृपया ध्यान दें! धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में 1 दिसंबर से होगा यह बदलाव

Indian Railway: भारतीय रेलवे यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने के लिए हर दिन नये प्रयोग करती रहती है. अब रेल प्रशासन ने धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में बदलाव किया है. दरअसल, एक दिसंबर से धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में फर्स्ट एसी कोच में सफर नहीं कर पायेंगे.

Indian Railway: इंडियन रेलवे यात्रियों की सुविधाओं के लिए नित नये प्रयोग करती रहती है. रेलवे यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने के लिए प्रयासरत है. इसका असर धनबाद से खुलने व गुजरने वाली ट्रेनों के एसी व स्लीपर क्लास में यात्रियों की संख्या से पता चलता है. धनबाद के यात्री अब सफर पर पहले से अधिक खर्च करते हैं. प्रयास करते हैं कि उन्हें सेकेंड व थर्ड एसी में टिकट मिल जाये. टिकट नहीं मिलने पर स्लीपर व साधारण बोगी में सफर कर लेते हैं. वहीं 120 दिन पहले खुलने वाले आरक्षण में सबसे पहले एसी बोगी की सीटें फुल होती हैं. उसके बाद स्लीपर की सीटें.

पांच साल से लगातार बढ़ रही संख्या

धनबाद स्टेशन से खुलने व गुजरने वाली लगभग 55 जोड़ी मेल, एक्सप्रेस ट्रेनें हैं. इनमें से कुछ इंटरसिटी को छोड़ देते तो लगभग सभी ट्रेनों में एसी बोगी की मांग बढ़ी है. ऐसा धनबाद रेल मंडल के वाणिज्य विभाग के आंकड़े बताते हैं. इसके अनुसार वर्ष 2018 में एसी में कुल 5,09,139 यात्री, स्लीपर में 12,35,022 यात्रियों ने सफर किया है. वर्ष 2019 में एसी में 5,89,921 व स्लीपर में 13,24,097 यात्रियों ने सफर किया. जबकि वर्ष 2022 (अक्तूबर तक) में एसी में 8,25,417 व स्लीपर में 151555 यात्रियों ने सफर किया. वहीं वर्ष 2019 के मुकाबले अक्तूबर 2022 तक 2,35,496 यात्रियों ने ज्यादा सफर किया है. एसी बोगी से अक्तूबर 2022 तक कुल 89,64,87,284 रुपये धनबाद रेल मंडल के खाते में आये हैं. ज्ञात हो कि वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना के कारण अधिकतर ट्रेनें रद्द थी.

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एसी कोच में मिलती हैं सुविधाएं

स्लीपर व साधारण बोगी के तुलना में एसी बोगी में यात्रियों को कई सुविधाएं मिलती है. कोच में पर्सनलाइज्ड रीडिंग लाइट, एसी वेंट, यूएसबी प्वांइंट, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए बेहतर सीढ़ी और स्नैक टेबल जैसी कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं. थर्ड एसी में एक तरफ तीन-तीन और सामने लोअर व अपर बर्थ होता है. सभी आरक्षित यात्रियों को कंबल, चादर, तकिया व तौलिया दिया जाता है. सेकेंड एसी में थर्ड एसी की अपेक्षा सीटें कम होती हैं. एक तरफ दो-दो सीट और सामने अपर व लोअर बर्थ होता है. इसके अलावा कई अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं. वहीं फर्स्ट एसी में कुपे होता है, जिसमें मात्र दो सीटें और एक दरवाजा होता है.

एक दिसंबर से हटेगा फर्स्ट एसी कोच

धनबाद- पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस (Dhanbad-Patna Intercity Express) में सफर करने वाले यात्री एक दिसंबर से फर्स्ट एसी में सफर नहीं कर पायेंगे. रेल प्रशासन एक दिसंबर से इस ट्रेन में फर्स्ट एसी कोच हटाने जा रहा है. प्रशासन ने बताया कि सुबह में धनबाद से पटना और पटना से धनबाद आने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में फर्स्ट एसी कोच में बुकिंग नहीं के बराबर है और बोगी लगभग साल भर खाली आती है. इससे रेलवे को अतिरिक्त बोझ पड़ता है. इसलिए रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया है कि इस ट्रेन से फर्स्ट एसी बोगी हटाया जाये. इसके बाद ट्रेन में सेकेंड एसी, थर्ड एसी के अलावा स्लीपर व साधारण बोगी के कोच ही बचेंगे.

लुधियाना एक्सप्रेस में आज से जुड़ेगा एक अतिरिक्त फर्स्ट एसी कोच

धनबाद से खुलने वाली लुधियाना एक्सप्रेस में एक फर्स्ट एसी कोच शुक्रवार से जुड़ेगा. एलएचबी रैक करने के बाद भी ट्रेन में फर्स्ट एसी के यात्रियों की डिमांड बढ़ रही थी जिसे देखेते हुए एक अतिरिक्त फर्स्ट एसी का कोच लगाया जा रहा है, जिससे लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी.

रिपोर्ट : नीरज अंबष्ट, धनबाद

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