IRCTC/Indian Railway : यात्रीगण कृपया ध्यान दें, 16 फरवरी को दोपहर बाद बंद रहेंगे कोलकाता और हावड़ा स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर, जानें वजह

Indian Railway IRCTC Latest Update : रेलयात्री कृपया ध्यान दें, 16 फरवरी को कोलकाता और हावड़ा स्टेशन के सभी रिजर्वेशन काउंटर को दोपहर बाद बंद रखा जाएगा. इस टाइम में पैसेंजर काउंटर से अपना टिकट बुक नहीं करा पाएंगे. पूर्व रेलवे (Eastern Railway) ने इसकी जानकारी दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 13, 2021 9:08 PM
an image

Indian Railway News : रेलयात्री कृपया ध्यान दें, 16 फरवरी को कोलकाता और हावड़ा स्टेशन के सभी रिजर्वेशन काउंटर को दोपहर बाद बंद रखा जाएगा. इस टाइम में पैसेंजर काउंटर से अपना टिकट बुक नहीं करा पाएंगे. पूर्व रेलवे (Eastern Railway) ने इसकी जानकारी दी है.

जानकारी के मुताबिक 16 फरवरी यानी सरस्वती पूजा (Saraswati puja 2021) के दिन पूर्व रेलवे के अंतर्गत कोलकाता व हावड़ा में सभी कम्प्यूटरीकृत आरक्षण काउंटर (Reservation Counter) सिर्फ पहली पाली में ही खुले रहेंगे. जोन के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार 16 तारीख को काउंटर सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ही खुलेंगे. दूसरी पाली यानी दोपहर दो से रात आठ बजे तक काउंटर बंद रहेंगे.

हड़ताल के कारण इन ट्रेनों पर असर- इधर, शुक्रवार को 12 घंटे की वामो की हड़ताल का असर ट्रेन सेवा पर भी पड़ा. हावड़ा, सियालदह व खड़गपुर डिविजन में लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित रही. सबसे अधिक असर सियालदह डिवीजन के विभिन्न शाखाओं में देखा गया. सियालदह डिवीजन में कुल 31 लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, जबकि 85 ट्रेनें विलंब से चलीं.

पूर्व रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, सियालदह डिवीजन के सियालदह-लक्ष्मीकांतपुर शाखा में कई जगहों पर ओवरहेड तार पर केले के पत्ते फेंके गये. सियालदह – डायमंड हार्बर शाखा सहित अन्य शाखाओं में भी ट्रेन सेवा प्रभावित रही. वहीं, हावड़ा डिवीजन के अंतर्गत हावड़ा-बर्दवान मेन लाइन शाखा में पांडुवा स्टेशन के पास ट्रेन अवरोध किया गया. हड़ताल के कारण हावड़ा डिवीजन में आठ ट्रेनें विलंब से चलीं. दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत हावड़ा-आमता शाखा के डोमजूर स्टेशन पर प्रदर्शनकारी पहुंचे और रेलवे पटरी पर बैठ गये.

Also Read: Bengal Chunav 2021 : क्या बंगाल में कांग्रेस कैंडिडेट का भी प्रचार करेंगे AIMIM नेता ओवैसी? पीरजादा अब्बास के एक दावे से सियासी चर्चा तेज

Posted by : Avinish kumar mishra

Exit mobile version