Jharkhand News: रेल दुर्घटना पर लगेगी लगाम, मानपुर से प्रधानखंटा रेलखंड पर लगेगी कवच प्रणाली
अभी परंपरागत एब्सल्यूट ब्लाक सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें एक ब्लॉक सेक्शन में ट्रेन के अगले स्टेशन पर पहुंच जाने के बाद ही पीछे वाली ट्रेन को आगे बढ़ने के लिए ग्रीन सिग्नल मिलता है
पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से मानपुर (214 किमी) तथा मानपुर से प्रधानखंटा (203 किमी) रेलखंड स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली के साथ ‘कवच‘ प्रणाली से भी युक्त होगा. इसकी तैयारी रेलवे की ओर से की गयी है. काम पूरा होने के बाद इस रेल खंड पर दुर्घटनाओं से बचाव में मदद मिलेगी. मिशन रफ्तार के तहत पूर्व मध्य रेल के कई रेलखंडों को इस प्रणाली से लैस किया जाना है. वर्तमान में यह प्रणाली प्रारंभिक चरण में है.
फिलहाल क्या है व्यवस्था :
अभी परंपरागत एब्सल्यूट ब्लाक सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें एक ब्लॉक सेक्शन में ट्रेन के अगले स्टेशन पर पहुंच जाने के बाद ही पीछे वाली ट्रेन को आगे बढ़ने के लिए ग्रीन सिग्नल मिलता है, जिससे खाली रेल लाइनों की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो पाता है. कवच प्रणाली की वजह से खाली रेल लाइनों का पूरी क्षमता का इस्तेमाल हो पायेगा.
क्या है कवच
कवच प्रणाली किसी भी आपात स्थिति में स्टेशन एवं लोको ड्राइवर को तत्काल कार्रवाई के लिए सचेत करने, साइड-टक्कर, आमाने-सामाने की टक्कर व पीछे से होने वाली टक्करों की रोकथाम करने में सक्षम है.