Indian Railways: कानपुर सेंट्रल और गोविंदपुरी से इन शहरों के लिए मिलेंगी 12 नई ट्रेनें, रिपोर्ट होगी तैयार

Indian Railways: कानपुर सेंट्रल से मेमू के अलावा कानपुर से मुंबई, पुणे, चेन्नई सेंट्रल, हैदराबाद, जयपुर, अजमेर रूट पर यात्रियों का ट्रैफिक लोड बहुत है. इन रूटों पर नई ट्रेनों की सौगात मिलेगी. सांसद सत्यदेव पचौरी के मुताबिक उन्होंने रेल मंत्री से पुणे और कानपुर के बीच सीधी ट्रेन चलाने की मांग की थी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 21, 2023 9:17 AM
an image

Kanpur News: देश में नए साल में कम दूरी के कई नए शहरों को ट्रेनों की सौगात मिलेगी. नई ट्रेनें चलाने की घोषणा का फायदा दिल्ली-हावड़ा रूट पर स्थित कानपुर सेंट्रल और गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन को भी मिलेगा. रेलवे अफसरों का दावा है गोविंदपुरी और कानपुर सेंट्रल के खाते में 12 नई ट्रेनें आएंगी. वैसे रेलवे अभी रूटवार लोड का आकलन कर रिपोर्ट देगा. कानपुर से लखनऊ के बीच पहले 14 जोड़ी मेमू चल रही थीं, जिनमें अभी चार जोड़ी मेमू ट्रेनें ही लखनऊ होकर चल रही हैं. ये सभी मेमू कोरोना के समय से बंद चल रही हैं. अब रेलवे कानपुर-लखनऊ रूट पर छह जोड़ी मेमू चलाने की तैयारी कर रहा है. इसके अलावा कानपुर से उरई के लिए एक मेमू ट्रेन चलेगी. कानपुर से हरदोई, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा और इटावा के लिए ट्रेनें चलाने की तैयारी है.

इन शहरों को मिलेंगी ट्रेनें

कानपुर सेंट्रल से मेमू के अलावा कानपुर से मुंबई, पुणे, चेन्नई सेंट्रल, हैदराबाद, जयपुर, अजमेर रूट पर यात्रियों का ट्रैफिक लोड बहुत है. इन रूटों पर नई ट्रेनों की सौगात मिलेगी. सांसद सत्यदेव पचौरी ने दावा किया है कि उन्होंने रेल मंत्री से पुणे और कानपुर के बीच सीधी ट्रेन चलाने की मांग की थी. उन्होंने आश्वासन भी दिया था. नई ट्रेनें चलाने की घोषणा से यह मांग जल्द पूरी होगी.

Also Read: कौशांबी: रेप केस में समझौता नहीं करने पर पीड़ित युवती की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या, आरोपी के भाई ने की वारदात
तेजस फिर लेट, देना पड़ा हर्जाना

लखनऊ से दिल्ली वाया कानपुर सेंट्रल चलने वाली तेजस एक्सप्रेस लगातार पांचवें दिन लेट रही. सोमवार को ट्रेन दिल्ली से रात आठ बजे के बाद चली तो कानपुर सेंट्रल पर समय से लगभग पांच घंटे विलंब से पहुंची. 16 से 20 नवंबर तक लेटलतीफी से आईआरसीटीसी लगभग बीस लाख रुपये का हर्जाना दे चुका है. आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत सिन्हा का कहना है कि नियम होने की वजह से हर्जाना देना पड़ता है बशर्ते सफर करने वाले यात्री भेजे गए लिंक पर क्लिक करके हर्जाने का आवेदन कर दें.

Exit mobile version