भारतीय रेल 21 मार्च से 14 अप्रैल तक के सभी टिकटों का पूरा पैसा लौटायेगी
भारतीय रेलवे ने 21 मार्च से 14 अप्रैल तक की यात्रा अवधि के सभी टिकटों का पूर्ण रिफंड देने का निर्णय किया है.
कोलकाता. भारतीय रेलवे ने 21 मार्च से 14 अप्रैल तक की यात्रा अवधि के सभी टिकटों का पूर्ण रिफंड देने का निर्णय किया है. रिफंड देने की प्रक्रिया इस प्रकार होगी :
ई-टिकट रिफंड
27-03-2020 से पहले रद्द किए गए टिकट का बैलेंस रिफंड राशि उस यात्री के उस खाते में जमा कर दी जाएगी. जिस खाते से टिकट बुक किया गया था. IRCTC बैलेंस रिफंड राशि प्रदान करने के लिए एक व्यावहारिक चार्ट तैयार करेगा. 27-03-2020 के बाद रद्द किए गए टिकट, ऐसे रद्द किए गए सभी टिकटों की पूर्ण वापसी देय होगी जिसके लिए पहले ही प्रावधान किए जा चुके हैं.
काउंटर पर बुक किये गये पीआरएस टिकट:
27 मार्च से पहले रद्द किये गये टिकट: टीडीआर (टिकट जमा रसीद) यात्री द्वारा भरा जायेगा, जिसमें यात्रा विवरण होगा. रिफंड की बैलेंस राशि प्राप्त करने के लिए भरा हुआ फॉर्म किसी भी जोनल रेलवे मुख्यालय के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक (सीसीएम) (दावा) या मुख्य दावा अधिकारी (सीसीओ) के पास 21 जून तक जमा कराना होगा. रेलवे व्यावहारिक उपयोग में लाये जाने वाला पर्चा प्रदान करेगा, जिसके माध्यम से यात्री टिकटों को रद्द करने के दौरान कटौती की गयी राशि को वापस लेने का लाभ उठा सकता है.
27 मार्च के बाद रद्द किये गये टिकट: इस तरह के रद्द किये गये सभी टिकटों के संबंध में पूर्ण वापसी देय होगी.
27 मार्च से पहले रद्द किये गये टिकट: बैलेंस रिफंड राशि उस यात्री के उस खाते में जमा कर दी जायेगी, जिस खाते से टिकट बुक किया गया था. आईआरसीटीसी बैलेंस रिफंड राशि प्रदान करने के लिए एक व्यावहारिक चार्ट तैयार करेगा.
27 मार्च के बाद रद्द किय गये टिकट: ऐसे रद्द किये गये सभी टिकटों की पूर्ण वापसी देय होगी, जिसके लिए पहले ही प्रावधान किये जा चुके हैं.
रेलवे के इस फैसले से उन लोगों को राहत मिलेगी जिन्होंने 14 अप्रैल तक सफर के लिए टिकट बुक कराया था और रेल सेवा बंद होने से उन्हें ऐसा लगा कि पैसे डूब गए.