Indian Railways News: रेल ठहराव की मांग को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत गोइलकेरा, टुनिया, पोसेता, सोनुआ और गुदड़ी प्रखंड के ग्रामीण एकजुट हुए हैं. 200 बाइक पर 400 की संख्या में ग्रामीण रैली निकालते हुए चक्रधरपुर रेल मंडल (Chakradharpur Railway Division) के मुख्य कार्यालय पहुंचे. इस मौके पर 50 हजार ग्रामीणों का हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन डीआरएम विजय कुमार साहू को सौंपा गया.
यात्री ट्रेनों के ठहराव की मांग
सौंपे गए मांग पत्र में कहा गया कि गोइलकेरा और सोनुआ प्रखंड के ग्रामीण अपनी जीविकोर्पाजन के लिए ट्रेनों का उपयोग पिछले 50-60 वर्षों से करते आ रहे हैं. कोरोना काल में सरकार द्वारा आवश्यक निदेशानुसार गोइलकेरा, सोनुआ, टुनिया, लोटापहाड़, पोसेता आदि स्टेशनों से यात्री ट्रेनों का ठहराव हटा लिया गया है. लेकिन वर्तमान में स्थिति सामान्य होने के बावजूद इन स्टेशनों पर यात्री ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित अबतक नहीं किया गया है. इससे ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी होती है.
ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से जनजीवन प्रभावित
ग्रामीणों ने कहा अबतक उक्त स्टेशनों पर यात्री ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित नहीं किये जाने के कारण गोईलकेरा, सोनुवा एवं गुदड़ी तीन प्रखंड के 250 गांव के ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित है. रेलवे की ओर से सारंडा मेमू पेसेंजर ट्रेन चलाया जा रहा है जो पड़ोसी राज्य ओड़िशा से जुड़ती है. कहा कि पूर्व में जिन यात्री ट्रेनों का ठहराव सुनिचित था. उससे सभी ग्रामीणों का आवागमन सुलभता से हो रहा था.
डीआरएम को सौंपा ज्ञापन
इस मौके पर तीन प्रखंड के सैकड़ों की संख्या में आये ग्रामीणों की मांग पर डीआरएम विजय कुमार साहू ने चेंबर के बाहर आकर ग्रामीणों से ज्ञापन लिया. इस दौरान वरीय वाणिज्य प्रबंधक मनीष कुमार पाठक, वरीय सुरक्षा आयुक्त ओंकार सिंह, डीओएम गजराज सिंह के अलावा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अमित महतो, दिनेश बॉयपाई, सुहागी मुर्मू, ज्योति मेराल, लक्ष्मण मेलगांडी, वाणी सिन्हा, सुनील गुप्ता, राजकुमार सिन्हा, उदयसिंह पूर्ति, रामकुमार, श्रीकांत कुमार के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों उपस्थित थे.
सौंपे गए पत्र में ग्रामीणों ने दिया यात्री ट्रेनों की सूची
ट्रेन संख्या (18477-18478) कलिंग उत्कल एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (13287-13288) दक्षिण बिहार एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (12871-12872) हावड़ा-टिटलागढ़ सुपर फास्ट एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18030-18029) शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (12834-12833) हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस के साथ ही गोईलकेरा, टूनिया, सोनुवा एंव लोटापहाड़ सभी स्टेशनों पर पैसेंजर या मेमू ट्रेनों की वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की गयी.
ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई हो रही है बाधित
उक्त यात्री ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से जहां सभी ग्रामीण परेशान हैं, वहीं विद्यार्थी इस भी परेशानी से दो-चार हो रहे हैं. मालूम हो कि गोईलकेरा, सोनुवा एवं गुदड़ी प्रखंड क्षेत्र में कोई कॉलेज नहीं होने के कारण अध्ययनरत छात्र-छात्राएं हर दिन अध्ययन के लिए निकटतम शहर चक्रधरपुर एंव चाईबासा जाने को मजबूर हैं. ट्रेनों का ठहराव नहीं होने के कारण उन सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. इसके अलावा चाईबासा न्यायालय जाने से भी लोग वंचित हो जाते हैं.
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समय पर लोगों को नहीं मिल रही है स्वास्थ्य सुविधा
आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के कारण बीमार, गर्भवती एवं लाचार व्यक्तियों को बेहतर चिकित्सा या चिकित्सीय परामर्श के लिए हमेशा निकटतम शहरों पर ही निर्भर रहना पड़ता है, जो यहां से करीब 40 से 50 किमी की दूरी पर स्थित है. ट्रेनों के ठहराव नहीं होने के कारण बीमार व्यक्तियों को सही समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण कोरोना काल में 56 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है.
ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से 4 सितंबर को होगा अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम
डीआरएम को सौंपे ज्ञापन के बाद ग्रामीणों ने कहा कि अगर अब भी उक्त स्टेशनों में ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है, तो आगामी चार सितंबर को अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जाएगा. इसकी निर्णय ग्रामीणों ने बैठक कर लिया है. अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम का जिमादारी रेल प्रशासन का होगा.
मांग जायज, मुख्यालय गार्डन रीच कोलकाता भेज देंगे आवेदन : डीआरएम
इस संबंध में डीआरएम विजय कुमार साहू ने कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है. ग्रामीणों द्वारा सौंपे गये ज्ञापन को मुख्यालय गार्डन रीच, कोलकाता भेज दिया जाएगा. उम्मीद है इसमें कुछ फैसला जल्द होगा. उन्होंने रेल चक्का जाम के संबंध में कहा कि ऐसा न करें इससे सभी को नुकसान है.
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रिपोर्ट : रवि कुमार, चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम.