IRCTC/Indian Railways: दो हिस्सों में बंटी मिथिला फिर होगी एक, दरभंगा-निर्मली रेलखंड पर शीघ्र होगा ट्रेनों का परिचालन
दो हिस्सों में बंटे मिथिलांचल के लोगों का सपना आखिरकार अब पूरा होता दिखाई दे रहा है. मिथिलांचल के दो हिस्सों को सीधे रेल सेवा से जोड़ने के लिए शुक्रवार को सरायगढ़-दरभंगा रेलखंड स्थित निर्मली-घोघरडीहा और झंझारपुर के बीच ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया गया. सीआरएस निरीक्षण के बाद अप्रैल तक इस रूट पर ट्रेनों के परिचालन की संभावना है. इससे दो हिस्सों में बंटे मिथिलांचल के लोग को देशभर में सीधी रेल सेवा से जुड़ने की उम्मीद जगी है.
दो हिस्सों में बंटे मिथिलांचल के लोगों का सपना आखिरकार अब पूरा होता दिखाई दे रहा है. मिथिलांचल के दो हिस्सों को सीधे रेल सेवा से जोड़ने के लिए शुक्रवार को सरायगढ़-दरभंगा रेलखंड स्थित निर्मली-घोघरडीहा और झंझारपुर के बीच ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया गया. सीआरएस निरीक्षण के बाद अप्रैल तक इस रूट पर ट्रेनों के परिचालन की संभावना है. इससे दो हिस्सों में बंटे मिथिलांचल के लोग को देशभर में सीधी रेल सेवा से जुड़ने की उम्मीद जगी है.
मिली जानकारी के अनुसार सरायगढ़-निर्मली-दरभंगा रेलखंड का 13 मार्च को जीएम निरीक्षण करने पहुचेंगे. इसको लेकर घोघरडीहा स्टेशनों पर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. चीफ इंजीनियर आरके बादल ने कहा कि अधिकतम 120 किलोमीटर और न्यूनतम 50-60 की स्पीड में ट्रेन चली. बहुप्रतीक्षित सपने को साकार होता देख घोघरडीहा एवं आसपास के लोग खुशी से झूम उठे.
स्पीड ट्रायल ट्रेन से चीफ इंजीनियर आरके बादल, सीईओ देशरत्न गुप्ता व अन्य पदाधिकारियों ने सरायगढ़ से घोघरडीहा तक रेल पटरी का निरीक्षण किया. साथ ही रेल पटरी की गहन जांच भी की.
घोघरडीहा स्टेशन पर निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद उन्होंने कहा कि निर्मली-दरभंगा रेलखंड पर शीघ्र ही यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा. कार्य एजेंसी व अभियंताओं की देखरेख में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है.
Posted By: Thakur Shaktilochan