डीआरएम ने आसनसोल-जसीडीह-दुमका सेक्शन का किया निरीक्षण, दुर्गापुर में कोयलाकर्मियों ने किया प्रदर्शन
रेलवे कॉलोनियों और गार्ड विश्राम कक्ष का भी निरीक्षण किया तथा सुविधाओं में और सुधार के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. जसीडीह-दुमका सेक्शन पर जारी सीमित ऊंचाई वाले (लिमिटेड हाइट सबवे/एलएचएस) के कार्य की प्रगति की समीक्षा की.
Indian Railways News: रेलवे के कामकाज के निष्पादन का आकलन करने के साथ विभिन्न पदानुक्रम स्तरों पर काम कर रहे रेल कर्मियों को प्रेरित करने के लिए परमानन्द शर्मा, मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल ने मंगलवार को आसनसोल मंडल के आसनसोल-जसीडीह-दुमका सेक्शन का निरीक्षण किया. श्री शर्मा ने जसीडीह स्टेशन का निरीक्षण किया और वहां विभिन्न यात्री सुख-सुविधाओं की मदों की जांच की.
रेलवे कॉलोनियों व गार्ड विश्राम कक्ष में सुविधा बढ़ाने के दिये निर्देश
उन्होंने रेलवे कॉलोनियों और गार्ड विश्राम कक्ष का भी निरीक्षण किया तथा सुविधाओं में और सुधार के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. जसीडीह-दुमका सेक्शन पर जारी सीमित ऊंचाई वाले (लिमिटेड हाइट सबवे/एलएचएस) के कार्य की प्रगति की समीक्षा की और दुमका गुड्स शेड का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये.
दुमका यार्ड मॉडिफिकेशन कार्य के ले-आउट का किया निरीक्षण
श्री शर्मा ने मनीष जैन/मंडल रेल प्रबंधक/हावड़ा मंडल के साथ संयुक्त रूप से दुमका यार्ड माॅडिफिकेशन कार्य के ले-आउट का निरीक्षण किया. इससे पहले, मंडल रेल प्रबंधक ने आसनसोल-जसीडीह सेक्शन पर विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया और बाद में, उन्होंने दुमका-जसीडीह-आसनसोल सेक्शन के ट्रैक की स्थिति और अन्य अनुरक्षण कार्यों की जांच हेतु इस सेक्शन का भी विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया. इस निरीक्षण कार्यक्रम में नामित शाखा अधिकारी एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षकगण भी उपस्थित थे.
पदोन्नति की मांग पर कोयला श्रमिकों का धरना प्रदर्शन
अंडाल के सोनपुर बाजारी कार्यालय के समीप मंगलवार पदोन्नति की मांग को लेकर कोयला कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया. इसीएल प्रबंधन पर कोयला कर्मियों का शोषण करने का आरोप लगाया. प्रदर्शन में तकरीबन 500 से अधिक कोयला कर्मचारी शामिल हुए.
खननकर्मियों का शोषण कर रहे खनन पदाधिकारी
प्रदर्शन कर रहे हैदर खान और प्रदीप मंडल ने कहा कि खनन अधिकारी पिछले एक साल से खननकर्ताओं का तरह-तरह से शोषण कर रहे हैं. श्रमिकों को एक साल से कोई पदोन्नति नहीं दी गयी है. सोनपुर बाजारी में कोयला उत्खनन के लिए अरबों रुपये खर्च कर विदेशों से आधुनिक मशीनें मंगायी गयी हैं. जिसमें अधिकांश मशीन खराब हैं.
सोनपुर बाजारी में बर्बाद हो रहे करोड़ों रुपये
उन्होंने आरोप लगाया कि सोनपुर बाजारी में करोड़ों रुपये बर्बाद हो रहा है. पदोन्नति सहित कुल 21 मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया गया है. अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो जोरदार आंदोलन होगा. आंदोलन का सहयोग तृणमूल श्रमिक संगठन आइएनटीटीयूसी व केकेएससी ने दिया. ज्ञात हो कि सोमवार सोनपुर बाजारी ओपन पिट खदान के महाप्रबंधक आनंद मोहन ने इस साल कोयला उत्पादन का लक्ष्य वृद्धि करने की घोषणा की है.