Indian Railways News : रात में ट्रेन से लौटे यात्री चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में फंसे, बिना भोजन- पानी भूखे पेट रात गुजरी
Indian Railways News (चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम) : रात्रि को ट्रेन से लौटे दर्जनों यात्री चक्रधरपुर स्टेशन में फंस गये और बगैर भोजन व पानी के ही स्टेशन के बाहर जमीन पर भूखे पेट रात गुजारे. कोरोना की दूसरी लहर की चेन को तोड़ने के लिए झारखंड में लागू मिनी लॉकडाउन के कारण चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर नि:शुल्क भोजन व पानी वितरित नहीं हो रहा है. जिससे गरीब व असहाय लोगों और रात्रि में ट्रेन से लौटने वाले यात्री भूखे पेट जमीन पर सोने के लिये विवश हैं.
Indian Railways News (चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम) : रात्रि को ट्रेन से लौटे दर्जनों यात्री चक्रधरपुर स्टेशन में फंस गये और बगैर भोजन व पानी के ही स्टेशन के बाहर जमीन पर भूखे पेट रात गुजारे. कोरोना की दूसरी लहर की चेन को तोड़ने के लिए झारखंड में लागू मिनी लॉकडाउन के कारण चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर नि:शुल्क भोजन व पानी वितरित नहीं हो रहा है. जिससे गरीब व असहाय लोगों और रात्रि में ट्रेन से लौटने वाले यात्री भूखे पेट जमीन पर सोने के लिये विवश हैं.
दूसरी लहर ने यात्रियों के सहयोग के बढ़ने वाला हाथ को पीछे खींच लिया है. जिससे स्टेशन के बाहर यात्रियों के लिए नि:शुल्क खान-पान सुविधा, सहायता व व्यवस्था नहीं है. देर रात को चक्रधरपुर लौटने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. स्टैंड में वाहन नहीं लगने व दूर-दराज सुदूरवर्ती गांव जाने वाले लोग चक्रधरपुर स्टेशन में फंस रहे हैं.
यात्रियों ने कहा कि रात को लौट रहे हैं, पर घर लौटने की कोई व्यवस्था नहीं है. गंतव्य स्थान तक भेजने की व्यवस्था की जाय, ताकि परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. रात में न ही खाना ही मिल रहा है और न ही पानी. साथ ही विभिन्न प्रकार की परेशानी झेलनी पड़ रही है. चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में रात्रि में ट्रेन से लौटने वाले यात्रियों को प्रशासन सुविधा प्रदान करे.
चक्रधरपुर रेल मंडल के जिरुली में लौह अयस्क से लदी मालगाड़ी का एन-बॉक्स बेपटरी डिब्बा को उठाने जा रही रिलीफ ट्रेन का डीजल इंजन बेपटरी हो गयी. यह घटना बीती रात ढाई बजे की है. रेल कर्मचारियों की काफी मशक्कत के बाद इंजन को ट्रैक पर वापस लाया जा सका. इस दौरान जिरुली लाइन संख्या 7 में गाड़ियों का आवागमन ठप रहा.
मामले की सूचना मिलते ही डंगवापोसी से रिलीफ़ ट्रेन रवाना की गयी, लेकिन जिरुली पहुचते ही रिलीफ ट्रेन का इंजन भी बेपटरी हो गयी. बेपटरी होने का कारण लौह अयस्क से ट्रैक जाम होना बताया जा रहा है. इसके बाद राहत व बचाव कार्य में तेजी लायी गयी और आयरन ओर से जाम हुए लाइन संख्या 7 को साफ कर बेपटरी इंजन व डिब्बा को पटरी पर लाया गया. मालूम रहे कि जिरुली में रेलवे ट्रैक पर लौह अयस्क जाम होने की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है. जिसमें रेलवे को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है. विगत दिनों जिरुली लाइन संख्या 4 में चार खाली डिब्बा बेपटरी हो गया था.
कोरोना महामारी से बचाव के लिये दपू रेलवे के केंद्रीय स्टाफ बेनिफिट कमेटी ने 11 लाख का फंड जारी कर दिया. जिसमें चक्रधरपुर रेल मंडल को तीन लाख रुपये का आवंटन किया है. इस राशि से कारोना के इलाज में आवश्यक उपकरण पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर आदि की खरीदारी की जायेगी. एसबीएफसी एवं एसपीओ (मुख्यालय) जयदीप सेनगुप्ता ने दपू रेलवे के सभी रेल मंडलों को फंड जारी किया है. जिसमें चक्रधरपुर रेल मंडल को 3 लाख, आद्रा को 3 लाख, खड़गपुर को 3 लाख, रांची को एक लाख व खड़गपुर वर्कशॉप को एक लाख रुपये आवंटित किया गया. मालूम हो कि रेल अस्पतालों में जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मेंस कांग्रेस के जोनल व मंडल स्तर पर लगातार पत्राचार किया था. जिसके अर्थक प्रयास से चिकित्सा उपकरणों की खरीदारी संभव हो सकी है.
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