रमन कुमार मिश्रा: बिहार के मधुबनी जिले मे कोरोना के ग्राफ में एक बार फिर तेजी से उछाल आना शुरू हो गया है. जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 50 तक पहुंच गया है. सबसे चौंकाने व खतरे की बात यह है कि यह आंकड़ा बीते दो दिनों में आया है. जानकारी के अनुसार पिछले दो दिनों में अन्य राज्यों से आने वाले 45 यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसकी पुष्टि सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने की. इसे संभावित तीसरी लहर की प्रारंभिक स्थिति मानी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है.
स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा टेस्टिंग, ट्रेसिंग तथा ट्रीटमेंट पर जोर दिया जा रहा है. प्रतिदिन 5 से 6 हजार लोगों का कोरोना संक्रमण का जांच किया जा रहा है. जिले में अब तक 13.59 लाख लोगों का कोरोना संक्रमण का जांच किया जा चुका है. वहीं टीकाकरण अभियान भी वृहत पैमाने पर चलाया जा रहा है. शहरी क्षेत्रों में घर घर जाकर लोगों को कोरोना का टीका दिया जा रहा है. टेस्टिंग के लिए अन्य राज्यों से ट्रेन (Train) से आने वाले यात्रियों का रेलवे स्टेशन पर ही कोविड संक्रमण की जांच की जा रही है.
एसडीओ के नेतृत्व में की गयी जांच- रविवार को अनुमंडल पदाधिकारी अश्विनी कुमार ने स्वयं स्टेशन पहुंचकर बाहर से आने वाले यात्रियों का स्टेशन पर कोविड-19 टेस्ट कराया. इस दौरान नई दिल्ली (New Delhi) से आने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में 24 व लोकमान्य तिलक जयनगर पवन एक्सप्रेस में 13 यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसके बाद जिले में केवल अन्य राज्यों से आने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या 45 हो गया. वहीं एक अन्य मरीज जिले में संक्रमित पाया गया. जबकि जिले में आरटीपीसीआर जांच (RTPCR Test) में 3 संक्रमित पाया गया है. जिससे संक्रमित की संख्या 49 हो गया. 1 मरीज एक सप्ताह पूर्व पाया गया था.
कांटैक्ट ट्रेसिंग करने की हो रही पहल– जिला स्वास्थ प्रबंधक दयाशंकर निधि ने बताया कि सभी संक्रमित मरीजों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर उनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का सैंपल टेस्टिंग कराया जा रहा है. इसके साथ ही सभी संक्रमित मरीजों का आरटी पीसीआर जांच कराकर भी संपष्टि प्राप्त किया जाएगा. यदि बाहर से आने वाले यात्री आरटी पीसीआर जांच में भी पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो निसंदेह यह खतरे की घंटी होगी.
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी अमित कुमार के निर्देश के आलोक में जिले में 10 कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. जिसमें बेनीपट्टी में 2, बाबूबरही में 2, फुलपरास में 3, कलुआही में 1, खुटौना में 1 व राजनगर में 1 कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा अभी और कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्देश दिया गया है.
इधर, आईडीएसपी से मिली जानकारी के अनुसार अन्य राज्यों से आने वाले सभी संक्रमित मरीजों का ट्रैकिंग किया जा रहा है. गंभीर लक्षण पाए जाने वाले संक्रमित मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाएगा. जबकि ए सिंप्टोमेटिक को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा. सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने सभी पीएचसी प्रभारी को आदेश दिया है, कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्टिंग किया जाए. संक्रमित पाए गए लोगों पर आईडीएसपी, केयर इंडिया तथा डब्ल्यूएचओ के द्वारा नजर रखी जा रही है.