साल में 24 एकादशी होती है. लेकिन अश्विन मास की एकादशी महत्वपूर्ण होती है. पितृ पक्ष में आने वाली इंदिरा एकादशी को श्राद्ध करने का भी विशेष महत्व होता है. ग्रंथों में कहा गया है कि श्राद्ध के दिनों में विष्णु पूजा करने से भी पितर तृप्त हो जाते हैं.
अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी 10 अक्टूबर 2023 को रखा जाएगा. इंदिरा एकादशी के दिन व्रत करने से मनुष्य को यमलोक की यातना का सामना नहीं करना पड़ता. इस दिन मघा श्राद्ध किया जाएगा.
पंचांग के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 9 अक्टूबर 2023 दिन सोमवार को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 10 अक्टूबर 2023 को दोपहर 03 बजकर 08 मिनट पर इसका समापन होगा. विष्णु पूजा का समय सोमवार की सुबह 09 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 08 मिनट तक है.
पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी व्रत का पारण 11 अक्टूबर 2023 की सुबह 06 बजकर 19 मिनट से सुबह 08 बजकर 39 मिनट तक किया जाएगा. इस दिन द्वादशी तिथि का समापन शाम 05 बजकर 37 मिनट पर होगा.
इंदिरा एकादशी पितृ पक्ष में आती है. इसलिए इसका महत्व बढ़ जाता है. पद्म पुराण के अनुसार इस एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति के सात पीढ़ियों तक के पितृ तर जाते हैं. विधिपूर्वक पूर्वज के नाम पर दान कर दिया जाए तो उन्हें मोक्ष मिल जाता है और व्रत करने वाले को बैकुण्ठ प्राप्ति होती है.