सीतामढ़ी : इंडो-नेपाल बॉर्डर(लालबंदी जानकी नगर टोला) के पास दो दिन पूर्व नेपाल सशस्त्र प्रहरी की फायरिंग में युवक की मौत व ग्रामीण लगन राय को हिरासत में लिए जाने की घटना के बाद से सीमा क्षेत्र के देनों ओर गहरी खामोशी पसरी है. इस घटना को लेकर भारतीय क्षेत्र के लोगों में गम और गुस्सा है. वहीं ग्रामीणों का हुजूम इस बात का भी पुरजोर समर्थन करता है कि चाहे गोली मार दो, लेकिन सदियों से चला आ रहा बेटी-रोटी का नाश्ता कभी खत्म नहीं होगा. पिपरा पर साइन पंचायत के हनुमान नगर गांव निवासी प्रो नंदकिशोर यादव, गगनदेव राय, सुरेश राय, विनोद राय, लालदेव राय, सुरेश प्रसाद यादव ने प्रभा वर टोम को बताया कि भारत व नेपाल की सीमा त्रेता युग से बुलो हुई हैं, हमारा बेटी-रोटी का सं है, इस पर कभी बेक्र नहीं लगा है और न लगेगा, गांव के सटे सर्लाही वाले के नारायणपुर, देवरिया हातोद कील व पीपरा गांव में लगभग 300 एकड़ थी की जमीन, बांस व आम का बगीचा है जो सीमा के सटे गांवों के बासिंदों का है.
सदियों से कई पीढ़ी नेपाल को सीमा में जाकर अपनी खेती व बागवानी करते रहे हैं. कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के बीच दोनों देश की सीमा लॉक होने की वजह से इन सबकी परेशानी काफी बढ़ गया थी. हालांकि इसके असर से पड़ोसी देश के लोग भी उतने हो मुसीबत में हैं. इनकी खेती भी भारतीय सीमा क्षेत्र में है. हाल के दिनों में नेपाल सशस्त्र प्रहरी के बीओपी विस्तार के बाद आवागमन पर एक लग चुका है. इसको लोन दिली सीमा क्षेत्र में अवस्थिति गांव के लोग तनाव में भी है, फायरिंग को पटना के बाद सीमा पर विरानगी जरूर है लेकिन अविश्वास नहीं जानकी नगर टोला निवासी कृष्णदेव राय कहते है कि सीमा क्षेत्र से सटे नेपाल के नारायणपुर में उनका डेढ़ अकड़ जमीन है, लेकिन सीमा सील का वजह से वह वहां जा नहीं पा रहे है.
शस्त्र प्रहरी ने बीओपी का किया विस्तार
शुक्रवार की घटना के बाद से भारतीय सीमा क्षेत्र में एसएसबी ने जहां अपनी सुरक्षात्मक गश्ती बढ़ा दी है, वहीं नेपाल क्षेत्र में बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र प्रहरी ने अपने बीओपी का विस्तार कर दिया है.नेपाल के सरलाही जिले के त्रिभुवन नगर के पास बीपी पर तैनात मेजर इंद्र सट्टा ने बताया कि बार्डर पर पूरी तरह शांति का माहौल है, हमारी मंशा कभी भारतीयों के प्रति गलत नहीं है. हम अटूट रिश्ते का समर्थन करते हैं. कुछ शरारती तत्वों की करतूत की वजह से अशांति उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है. शनिवार को सशस्त्र के डीआइजी राजू अर्याल के बार्डर निरीक्षण के बाद सख्ती और बढ़ा दी गयी है.सोमवती क्षेत्र में प्रत्येक बीपी पर अतिरिक्त जवानों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है, मालूम हो कि यह सील होने के बाद नेपाल सशस्त्र प्रहरी के 200 बुआ ने भारतीय सीमा के पास अस्थायी तौर पर संचालित किया जा रहा है.