Indonesia Football riots: इंडोनेशिया में शनिवार को एक फुटबॉल मैच के दौरान मची भगदड़ में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 174 हो गई है. यह हादसा दुनिया में किसी खेल स्पर्धा में हुए सबसे बड़े हादसों में से एक है. दरअसल, मैच के बाद हुए भड़की हिंसा को शांत करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे, जिसके चलते प्रशंसकों के बीच भगदड़ मच गई और ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने और कुचले जाने से हुई है.
यह घटना पूर्वी जावा प्रांत के मलंग के कंजुरुहान स्टेडियम में इंडोनेशियाई प्रीमियर लीग के एक मैच दौरान हुई. यहां अरेमा एफसी और पर्सेबाया सुरबाया के बीच फुटबॉल मैच खेला जा रहा था. जिसमें पर्सेबाया सुरबाया ने अरेमा मलंग को 3-2 से हरा दिया. जिसके बाद अरेमा समर्थकों ने स्टेडियम में हल्ला बोल दिया और भगदड़ मच गई. इस दौरान भड़की हिंसा में मौके पर ही 35 लोगों ने दम तोड़ दिया.
Also Read: IND vs SA: दूसरे T20 मैच से पहले टीम इंडिया की स्पेशल ट्रेनिंग, नेट पर जमकर बहाया पसीना, देखें तस्वीरेंइंडोनेशिया के फुटबॉल संघ (PSSI) ने शनिवार देर रात एक बयान जारी कर घटना पर खेद व्यक्त किया और कहा कि खेल के बाद जो हुआ उसकी जांच शुरू करने के लिए एक टीम मलंग के लिए रवाना हो गई है. उन्होंने कहा, ‘हमें खेद है और पीड़ितों के परिवारों और घटना के लिए सभी पक्षों से माफी मांगते हैं.’ पूर्वी जावा के डिप्टी गवर्नर इमिल डरडाक ने रविवार को बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर 174 हो गई है. वहीं, 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनका आठ अस्पतालों में इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि 11 घायलों की हालत गंभीर है.
मलंग के स्थानीय पुलिस प्रमुख फेर्ली हिदायत ने बताया कि शनिवार को मैच के दौरान स्टेडियम में करीब 42,000 दर्शक मौजूद थे. उन्होंने कहा कि ये सभी अरेमा समर्थक थे, क्योंकि आयोजकों ने विवाद से बचने के लिए स्टेडियम में पर्सेबाया प्रशंसकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था. बता दें कि इंडोनेशिया में 2023 अंडर-20 फुटबॉल विश्वकप 20 मई से 11 जून तक होना है और 24 टीमें इसमें हिस्सा ले रही हैं. मेजबान देश के तौर पर इंडोनेशिया ने इस विश्वकप के लिए क्वालिफाई कर लिया है.
Also Read: IND vs SA: क्या बारिश बनेगी दूसरे T20 मैच का विलेन? जानें कैसा होगा मौसम का हाल, पिच रिपोर्ट व प्लेइंग XIबता दें कि इससे पहले भी फुटबॉल के इतिहास में ऐसे ही कुछ बवाल हुए हैं, जिसमें कई दर्शकों ने अपनी जान गंवाई है. फुटबॉल इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा डिजास्टर पेरू के नेशनल स्टेडियम में 1964 में हुआ था. जिसमें करीब 320 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं बेल्जियम के हेसेल स्टेडियम में 1985 में एक ऐसा ही बड़ा बवाल हुआ था. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें करीब 39 लोगों ने जान गंवाई थी. जबकि भारी संख्या में लोग घायल हुए थे.