गोरखपुरः किसानों को सीधा फायदा पहुंचाने के लिए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण में कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा. इसमें फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित तो की ही जाएगी. साथ में ऐसी औद्योगिक इकाइयों भी लगाई जाएंगी. जिनसे किसानों को सीधा फायदा हो सकेगा. विकास प्राधिकरण न्यूनतम 50 एकड़ में फूड पार्क बनाने की दिशा में प्रयास कर रहा है.
फूड पार्क बनाने को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष उद्यमियों के संगठन चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज की ओर से यह मामला उठाया गया था. गीडा क्षेत्र में पहले से ही फूड प्रोसेसिंग इकाई या संचालित होती हैं. नए औद्योगिक इकाइयों के लिए आई आवेदनों में अधिकतर संख्या ऐसी इकाइयों की है. वर्तमान में गीडा में बिस्किट, ब्रेड, चिप्स, आदि बनाने की इकाईयों सहित फ्लोर मिल की औद्योगिक इकाइयां संचालित हो रही है. गीडा में आने वाले समय में इस तरह की और इकाइयां स्थापित करने की तैयारी चल रही है.
गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल नहीं बताया कि कृषि आधारित औद्योगिक इकाइयों के लिए गीडा की ओर से सहयोग किया जाएगा. निवेशकों की मांग पर जमीन उपलब्ध कराई जाएगी और औद्योगिक गलियारे में जिस तरह से प्लास्टिक पार्क विकसित किया गया है. उसी तर्ज पर अलग-अलग सेक्टर के लिए व्यवस्था की जाएगी. गीडा में फूड पार्ट की मांग लंबे समय से चल रही है. 50 एकड़ में फूड पार्क स्थापित होने से कई तरह की छूट भी मिलती है. जिसमें उद्योग को बढ़ावा देने में आसानी होगी.
गोरखपुर और आसपास के कुछ क्षेत्रों में केले की खेती बड़े पैमाने पर होती है. कुछ राज्यों में केले की चिप्स आलू बनाए जाते हैं. इस तरह यहां भी ऐसे औद्योगिक इकाई स्थापित करने की तैयारी है. जिससे इन किसानों को लाभ मिल सके. साथ में उद्यमियों की ओर से प्रस्ताव बनाया जा रहा है. प्रस्ताव में ऐसे औद्योगिक इकाइयों के बारे में विवरण होगा. जिनसे लाभ मिलेगा. ऐसे उत्पादों के लिए कच्चा माल किसान पैदा कर सके इसका ध्यान रखा जाएगा.
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चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आरएन सिंह की मानें तो कृषि आधारित उद्योगों की यहां काफी जरूरत है. गोरखपुर सहित पूर्वांचल कृषि आधारित क्षेत्र है इसलिए इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है औद्योगिक क्षेत्र में फूड पार्क बनाने की बात चल रही है. मुख्यमंत्री के पास भी इस बात को रखा गया था की ऐसी इकाइयां लगाई जाए जिससे किसानों को सीधा लाभ हों.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर