गोरखपुरः उद्योग विभाग कर रहा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी, 14000 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार का अवसर

गोरखपुरः ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल होने वाली जिन कंपनियों की ओर से सहमति मिली है. उनमें से अधिकतर की ओर से 50 करोड़ रुपए कम का निवेश किया जा रहा है. सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सेक्टर की इन इकाइयों में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 9, 2023 11:25 AM

यूपीः गोरखपुर में उद्योग विभाग सितंबर माह में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने की तैयारी में है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में जिले में मिले निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई है. अब तक 6548 करोड़ रुपए की लागत से 93 औद्योगिक इकाईयों की स्थापना की सहमति मिल चुकी है. जिससे इन इकाईयों में 14439 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.

14000 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल होने वाली जिन कंपनियों की ओर से सहमति मिली है. उनमें से अधिकतर की ओर से 50 करोड़ रुपए कम का निवेश किया जा रहा है. सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सेक्टर की इन इकाइयों में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे. उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा ने बताया कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरिमनी की तैयारी शुरू हो चुकी है. 6548 करोड़ रुपए की लागत से करीब 93 इकाइयों की स्थापना की सहमति मिल चुकी है. इसमें 14000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में पेप्सिको की बॉटलिंग कंपनी वरुण बेवरेजेज शामिल होगी. इसकी ओर से गीडा में 1071 करोड़ों रुपए का निवेश किया जा रहा है. इसके प्लांट स्थापित करने का काम भी तेजी से चल रहा है. वहीं केयान डिस्टलरी को 20 एकड़ से अधिक जमीन गीडा ने उपलब्ध कराया है. अन्य कंपनियों की ओर से ही जमीन के लिए आवेदन किए जा रहे हैं. इसी तरह सीपी मिल्क कंपनी की ओर से 108 करोड़ रुपए की लागत से ज्ञान डेरी का प्लांट लगाया जा रहा है.

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कुछ कंपनियों को गीडा में जमीन उपलब्ध कराई गई

गोरखपुर को ग्रीन अमोनिया, बांस से बनने वाले उत्पाद ,सरिया फैक्ट्री के विस्तार, डिस्टलरी, टैक्सटाइल्स यूनिट, पेप्सीको के बॉटलिंग प्लांट, ज्ञान डेरी आदि कंपनियों ले प्रस्ताव मिले थे. लखनऊ में हुए जीआईएस 2023 में गोरखपुर के लिए 348 औद्योगिक इकाईयों की स्थापना का प्रस्ताव मिला था. इस पर करीब एक लाख 76 हजार करोड़ की लागत का अनुमान लगाया गया था. अभी तक कुछ कंपनियों को गीडा में जमीन उपलब्ध करा दी गई है. जबकि कुछ से बात चल रही है.

रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर

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