Agra News: ताजनगरी की पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. थाना एतमादुद्दौला क्षेत्र की चौकी में एक युवक और उसकी बहन को लड़की भगाने के मामले में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए उठाया गया, लेकिन पूछताछ के नाम पर युवक के साथ जमकर मारपीट की गई और उसे थर्ड डिग्री दी गई. जबकि युवक का कहना था कि इस मामले से उसका कोई भी लेना देना नहीं है. युवक के साथ रात भर थाने में मारपीट की गई और उसकी बहन के साथ अभद्रता की गई. वहीं इस मामले में पीड़ित युवक और उसकी बहन ने कार्रवाई शुरू कर दी है और कोर्ट के साथ साथ मुख्यमंत्री पॉर्टल पर भी इसकी शिकायत की है.
मिली जानकारी के अनुसार, करीब 26 मार्च को थाना एत्मादुद्दौला के सुशील नगर से एक लड़की क्षेत्र के रहने वाले पवन के साथ भाग गई थी, जिसके बाद युवती के परिजनों ने थाने में युवती की गुमशुदगी दर्ज कराई. पुलिस आरोपी की धर पकड़ में जुट गई. काफी मशक्कत के बाद भी जब वह दोनों नहीं मिले तो पुलिस ने कई लोगों को पूछताछ के लिए उठाया.
पुलिस जब युवक और युवती को तलाशने में जुटी हुई थी, उसी बीच 30 मार्च को युवक और युवतीं ने नोएडा में शादी कर ली. प्रेमी जोड़े के वकील द्वारा जब कोर्ट में युवक-युवती को थाने से सुरक्षा देने की अर्जी डाली गई तो पुलिस ने कोई भी जबाब नहीं दिया और सुरक्षा भी मुहैया नहीं कराई, जिस पर कोर्ट ने थाने को नोटिस भी भेजा.
वहीं, दूसरी तरफ 16 मार्च के करीब 12 बजे थाना एतमादुद्दौला पुलिस लड़की को भगाकर ले जाने वाले युवक पवन के जीजा के छोटे भाई जितेंद्र और उसकी बहन कल्पना को पूछताछ के लिए थाने ले आई. पीड़ित जितेंद्र ने बताया कि थाने में रामबाग चौकी पर तैनात उपनिरीक्षक अमित अशोक ने लड़की की मां और उसके भाई के सामने उसके साथ मारपीट की और उसकी बहन के साथ अभद्रता भी की, जबकि जितेंद्र बार-बार कह रहा था कि उसका इस मामले से कोई भी लेना देना नहीं है. क्योंकि वह अपने बड़े भाई से अलग रहता है. ऐसे में पुलिस ने जीतेंद्र की एक न सुनी और उसके साथ रात में भी कई बार मारपीट की गई.
जितेंद्र ने बताया कि 17 तारीख की शाम 4:00 बजे पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया, लेकिन जिस तरह से पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी है, उससे पुलिस का अमानवीय चेहरा साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. जितेंद्र के अनुसार, उसके शरीर पर कई सारे चोट के निशान हैं, जो पुलिस की बेरहमी को बयां कर रहे हैं. वहीं जितेंद्र ने यह भी बताया कि उसकी बहन कल्पना के साथ उप निरीक्षक अमित अशोक ने अभद्रता और बदतमीजी की.
पीड़ित जितेंद्र के अधिवक्ता समीर भटनागर ने बताया कि कल्पना और उसके भाई को पुलिस उठाकर ले गई थी. पुलिस ने जितेंद्र के साथ बुरी तरह से मारपीट की है और कल्पना के साथ भी बदतमीजी व अभद्रता की है, जिसके बाद पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की है और कोर्ट में एसआई अमित अशोक व चार से पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया है.
अधिवक्ता की मानें तो सोमवार तक इस मामले में एससी-एसटी कोर्ट में मुकदमा दाखिल हो सकता है. वहीं उन्होंने बताया कि भागने वाली युवती और युवक पवन को हाईकोर्ट से प्रोटेक्शन देने का आदेश जस्टिस उमेश वर्मा ने आगरा एसएसपी को दिया है. वहीं, छत्ता क्षेत्राधिकारी सुकन्या शर्मा से जब इस बारे में जानकारी की गई तो उनका कहना था कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं आया है. जानकारी कर आपको बताया जाएगा.
रिपोर्ट – राघवेंद्र सिंह गहलोत