दारोगा लालजी यादव का पार्थिव शरीर पहुंचा साहिबगंज,4 घंटे बाद हटा सड़क जाम, आक्रोशित लोग कर रहे थे ये मांग
Jharkhand News: स्थानीय लोगों ने इस मामले की सीबीआइ जांच, आश्रित को मुआवजा व नौकरी, शहीद स्थल बनाने एवं पलामू एसपी का तबादला करने की मांग की. चार घंटे के बाद बरहेट विधायक सह मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के आश्वासन देने के बाद सड़क जाम कर रहे आक्रोशित लोग माने और जाम हटाया.
Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज के कबूतरखोपी निवासी दारोगा लालजी यादव की पलामू जिले के नावा बाजार थाना में संदेहास्पद मृत्यु के बाद उनका शव आज गुरुवार की सुबह साहिबगंज पहुंचा. शव पहुंचने से पूर्व स्थानीय लोगों ने सुबह 05 बजे से ही साक्षरता चौक के समीप बांस बल्ली लगाकर सड़क जाम किया. आक्रोशित लोग पलामू के एसपी व डीटीओ के खिलाफ जमकर जानेबाजी कर रहे थे. स्थानीय लोगों ने इस मामले की सीबीआइ जांच, आश्रित को मुआवजा व नौकरी, शहीद स्थल बनाने एवं पलामू एसपी का तबादला करने की मांग की. चार घंटे के बाद बरहेट विधायक सह मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के आश्वासन देने के बाद सड़क जाम कर रहे आक्रोशित लोग माने और जाम हटाया.
सब इंस्पेक्टर लालजी यादव का शव गुरुवार सुबह साहिबगंज पहुंचा. उनका शव पहुंचने से पूर्व ही स्थानीय लोगों ने सीबीआई जांच की मांग की. इसके साथ ही आश्रित को नौकरी, शहीद स्थल बनाने का मांग एवं पलामू एसपी पर कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने दुकान बन्द करवाया. लोग काफी आक्रोशित थे. सड़क जाम कर लालजी यादव केस की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. आक्रोशित लोगों ने पलामू पुलिस के बड़े अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है. आत्महत्या के लिए पलामू एसपी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि सीबीआइ जांच से ही सच्चाई सामने आएगी.
लालजी यादव के परिजन ने कहा कि घटना की सीबीआई जांच हो. लालजी आत्महत्या कर ही नहीं सकता है. वहीं आश्रित को जल्द से जल्द मुआवजा व नौकरी और शहीद स्थल बनाया जाए. वहीं बरहेट विधायक सह सीएम प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने आश्वासन देते हुए परिजनों की सभी मांगों पर सहमति जताई. ताबूत में तिरंगे से लिटपा शव जैसे ही एम्बुलेंस से बाहर निकला गया. परिजन रोने बिलखने लगे. वहीं मां, पत्नी, बच्चों व परिजनों को ताबूत खोलकर अंतिम दर्शन कराया गया. इस दौरान लोगों ने शहीद लालजी यादव अमर रहे का नारा लगाया. हर किसी की आखें नम थीं. पूरा मोहल्ला गमगीन था.
रिपोर्ट : नवीन कुमार