Varanasi News: मोक्ष नगरी काशी की आबो हवा में लोगो को शांति और जीवन के अंतिम सत्य से परिचित होने का अनुभव मिलता है. ऐसी ही शांति के अनुभव के तलाश में इनदिनों अमेरिकी पेशेवर बॉस्केटबॉल खिलाड़ी ड्वाइट डेविड हार्वर्ड काशी आ पहुंचे है. शांति की तलाश में काशी की गलियों में घूमते NBA चैंपियन ने माँ गंगा से प्रार्थना करने के साथ ही उन्होंने जाना कि काशी को मोक्ष की नगरी क्यों कहा जाता है? यहां चौबीसों घंटे शवदाह क्यों होता है? भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश काशी के सारनाथ में ही क्यों दिया था?
इसके साथ ही उन्होंने यह भी समझा और बूझा कि अनादि काल से काशी अविनाशी क्यों कही जाती रही है? इतने सारे सवालों के जवाब लेने के बाद डेविड हार्वर्ड ने काशी भ्रमण व यहां के जीवन दर्शन और आध्यात्म से अभिभूत नजर आए. अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी ड्वाइट डेविड हार्वर्ड ने वाराणसी में गलियों के शहर बनारस में दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती देखी और माथे पर त्रिपुंड लगवाया. इसके बाद उन्होंने गंगा में नौकायन किया. बनारसी साड़ी और कुर्ता-पाजामा की खरीदारी भी उन्होंने की.
NBA चैंपियन ने कहा कि वह वाराणसी की आध्यात्मिक यात्रा पर आए हुए थे. यहां आकर उन्हें अजब की शांति और सुकून मिला. उन्होंने गंगा आरती में शामिल होकर अपने निकट संबंधियों के साथ ही उन लोगों के लिए भी प्रार्थना की जिन्हें वह नहीं जानते हैं. ड्वाइट डेविड हार्वर्ड यूपी आकर बेहद खुश नजर आए. उन्होंने यूपी के लिये ट्वीट भी किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि यदि आपने यूपी नही देखा तो फिर कुछ नहीं देखा. उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग ने ट्वीट किया कि विश्व प्रसिद्ध बास्केटबॉल खिलाड़ी और एनबीए चैंपियन ड्वाइट डेविड हार्वर्ड ने वाराणसी की यात्रा की. उन्होंने पारलौकिक गंगा आरती का आनंद लिया और आध्यात्मिकता व संस्कृति के इस प्राचीन शहर की अपनी यात्रा पर अपने अनुभव साझा किए. यूपी नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा…।