अवैध टेलीफोन एक्सचेंज से की जा रही थी इंटरनेशनल कॉल, यूपी एटीएस ने प्रयागराज से तीन को किया गिरफ्तार
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि सरफराज अहमद सिद्दीकी और वाजिद सिद्दीकी काठगांव थाना पिपरी कौशांबी के रहने वाले हैं. जबकि मो. अमन सिद्दीकी धूमनगंज थाना प्रयागराज का रहने वाला है. यूपी एटीएस की वाराणसी और प्रयागराज फील्ड इकाई ने तीनों को गिरफ्तार किया है.
प्रयागराज: यूपी एटीएस ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मो. सरफराज अहमद सिद्दीकी, वाजिद सिद्दीकी और मो. अमन सिद्दीकी इंटरनेशलन गेटवे को बाईपास करके मिडिल ईस्ट के देशों से आने वाली अंतर्राष्ट्रीय कॉल को अवैध एक्सचेंज से लोकल कॉल में बदलते थे. एटीएस ने इनके पास से 814 सिम और 10 अवैध सिम बॉक्स बरामद किये हैं.
यूपी एटीएफ के अनुसार मो. सरफराज अहमद सिद्दीकी, वाजिद सिद्दीकी और मो. अमन सिद्दीकी प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में तीन अलग-अलग स्थानों पर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे थे. इनका लीडर गोवंडी मुंबई निवासी आसिफ है. वह सिम और सिम बॉक्स कोरियर या बस से भेजता था. साथ ही टीम व्यूअर और एनीडेस्क के माध्यम से कंफीगर करता था. साथ ही गिरफ्तार आरोपियों को रुपया भी मुहैया कराता था.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह Putty और Tftpd64 जैसे एल्पीकेशन का प्रयोग करके कॉल को सर्वर से कनेक्ट करते थे. यह सिम बॉक्स अत्याधुनिक है, जिनमें 6-6 घंटे पर स्वत: ही नंबर बदले रहते हैं. जबकि सामान्य सिम बॉक्स में यह कार्य मैनुअली किया जाता है. तकनीकी रूप से सक्षम न होने के बावजूद तीनों आरोपी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे थे. इस प्रशिक्षक उन्हें मुंबई में बैठे सरगना देते थे.
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि बरामद सिम बॉक्स में ई-सिम का भी प्रयोग किया जा रहा था. सरफराज अहमद सिद्दीकी और वाजिद सिद्दीकी काठगांव थाना पिपरी कौशांबी के रहने वाले हैं. जबकि मो. अमन सिद्दीकी धूमनगंज थाना प्रयागराज का रहने वाला है. यूपी एटीएस की वाराणसी और प्रयागराज फील्ड इकाई ने तीनों को गिरफ्तार किया है.
एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भी 19 मई को एटीएस की कानपुरी इकाई ने 17 सिम बॉक्स, 4000 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, मॉडम, राउटर, मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किये थे. साथ ही दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था. इस खुलासे के बाद मो. सरफराज अहमद सिद्दीकी, वाजिद सिद्दीकी और मो. अमन सिद्दीकी भागने की फिराक में थे, लेकिन इन्हें भी पकड़ लिया गया.