International Yoga Day 2020 : सेहतमंद रहने के लिए ही नहीं, खूबसूरत दिखने के लिए भी जरूरी है योग

सेहतमंद रहने के लिए ही नहीं, खूबसूरत दिखने के लिए भी योग जरूरी है. यह कहना है झारखंड के हजारीबाग जिला के योग शिक्षक श्रीकांत निराला का. श्री निराला जिला के बड़कागांव प्रखंड के गोंदलपुरा पंचायत के पूर्व मुखिया भी हैं. वर्ष 1996 से लोगों को योग सिखा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2020 6:33 PM

बड़कागांव (संजय सागर) : सेहतमंद रहने के लिए ही नहीं, खूबसूरत दिखने के लिए भी योग जरूरी है. यह कहना है झारखंड के हजारीबाग जिला के योग शिक्षक श्रीकांत निराला का. श्री निराला जिला के बड़कागांव प्रखंड के गोंदलपुरा पंचायत के पूर्व मुखिया भी हैं. वर्ष 1996 से लोगों को योग सिखा रहे हैं.

हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, रांची, लोहरदगा, गुमला, बोकारो, गढ़वा, गिरिडीह, लातेहार, जमशेदपुर में योग सिखाने जाते हैं. श्री निराला ने बताया कि 21 जून, 2019 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल होने के लिए रांची आये थे, उस वक्त उन्हें योग सिखाने का मौका मिला था. इस दौरान भारत सरकार की ओर से योग क्षेत्र में उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

योग शिक्षक श्री निराला ने हरिद्वार से योग की शिक्षा ली है. लॉकडाउन में भी मोबाइल के माध्यम से लोगों को योग की शिक्षा देते रहे. वर्तमान में गोंदलपुरा के कोरेंटिन सेंटर में भी प्रवासी मजदूरों को योगाभ्यास करवाते हैं. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बड़कागांव में वर्ष 2007 से अब तक नियमित योग शिक्षक के रूप में सेवा दे रहे हैं.

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योग शिक्षक श्रीकांत निराला ने बताया कि जब उनके सिर में दर्द हुआ था, तो उन्होंने योग सीखना शुरू किया. जब से योग करना शुरू किया, सिरदर्द गायब हो गया. दोबारा कभी सिर में दर्द नहीं हुआ. उन्होंने बताया की योग करने से ही मधुमेह से भी उन्हें मुक्ति मिल गयी. कहा कि योग करने से कमर दर्द, गठिया रोग, सिर दर्द, बांझपन, मिर्गी, अस्थमा, पेट से संबंधित रोग, डिप्रेशन को दूर हो जाता है.

श्री निराला कहते हैं कि अनुलोम-विलोम से दिल की बीमारियों से लेकर सांस की बीमारी ठीक हो जाती है. दायें नथुने से सांस लेने से मेटाबोलिज्म बढ़ता है, तो बायें नथुने से सांस लेने से ब्रेन की एक्टिविटी बढ़ जाती है. काफी आराम भी मिलता है. ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल हो जाता है.

धीमी भ्रस्त्रिका करने से स्ट्रेस कम होता है. कपालभाति से ब्रेन एक्टव होता है. यह शरीर के अन्य अंगों को भी सक्रिय कर देता है. शीतली योग से सांस की बीमारियों में राहत मिलती है. इसके अलावा कई योग हैं, जिससे अनेकों बीमारियां दूर होती हैं.

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Posted By : Mithilesh Jha

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