International Yoga Day 2022: योग दिवस पर जब PM मोदी आए थे Ranchi, तो श्रीकांत ने लोगों को सिखाया था योग
International Yoga Day 2022: श्रीकांत निराला बताते हैं कि 21 जून 2019 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची आए थे, तो वहां भी उन्हें योग सिखाने का मौका मिला था. इस दौरान उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
International Yoga Day 2022: झारखंड के हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड की गोंदलपुरा पंचायत के पूर्व मुखिया श्रीकांत निराला योग शिक्षक हैं. श्री निराला 1996 से हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, रांची, लोहरदगा, गुमला, बोकारो, गढ़वा, गिरिडीह, लातेहार एवं जमशेदपुर में लोगों को योग सिखाते आ रहे हैं. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बड़कागांव में 2007 से अब तक नियमित योग शिक्षक के रूप में सेवा दे रहे हैं. 21 जून 2019 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची आए थे, तो वहां भी उन्हें लोगों को योग सिखाने का मौका मिला था.
योग में मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
श्रीकांत निराला बताते हैं कि 21 जून 2019 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची आए थे, तो वहां भी उन्हें योग सिखाने का मौका मिला था. इस दौरान उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा उन्हें गढ़वा में 2020 में पुरस्कार मिल चुका है. योग शिक्षक श्री निराला ने हरिद्वार से योग शिक्षा ली है. लॉकडाउन में भी मोबाइल के माध्यम से लोगों को योग की शिक्षा देते रहे. गोंदलपुरा के कोरेन्टीन सेंटर में भी प्रवासी मजदूरों को योगा करवाया. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बड़कागांव में 2007 से अब तक नियमित योग शिक्षक के रूप में सेवा दे रहे हैं.
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योग क्यों करना चाहिए
योग शिक्षक श्रीकांत निराला ने बताया कि जब उनका सिर दर्द हुआ तो उन्होंने योग सीखना शुरू किया. योग करने से आज तक सिर दर्द नहीं होता है. उन्होंने बताया कि योग करने से ही उनकी डायबिटीज बीमारी ठीक हुई है. उन्होंने बताया कि कमर दर्द, गठिया, सिर दर्द, सिंड्रोम, बांझपन, मिर्गी, अस्थमा, पेट से संबंधित रोग और डिप्रेशन को दूर करने के लिए योग करना चाहिए.
इन योग से दूर होते हैं रोग
अनुलोम-विलोम दिल की बीमारियों से लेकर सांस की बीमारी के लिए फायदेमंद है. राइट साइड के नथुने से सांस लेने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, वहीं लेफ्ट साइड के नथुने से सांस लेने से ब्रेन की एक्टिविटी बढ़ जाती है और काफी आराम भी मिलता है. ब्लड प्रेशर में भी गिरावट देखी गई है. स्ट्रेस में भी कमी देखी गई है. कपालभाती से ब्रेन तेजी से ऐक्टिव होता है बाकी शरीर को भी ऐक्टिव कर देता है. शीतली योग से सांस की बीमारियों में राहत मिलती है. इसके अलावा कई योग हैं, जिससे अनेक बीमारियां दूर होती हैं.
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रिपोर्ट : संजय सागर, बड़कागांव, हजारीबाग