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DSP प्रमोद मिश्रा की सांसद दीपक प्रकाश पर अमर्यादित टिप्पणी मामले की जांच शुरू, ईडी के गवाह के घर पहुंची पुलिस

डीएसपी प्रमोद मिश्रा की सांसद दीपक प्रकाश पर अमर्यादित टिप्पणी मामले की जांच शुरू हो गई है. मामले में पुलिस ईडी के गवाह शंभू नंदन भगत के घर पहुंची व बातचीत का मूल डिवाइस मांगा. टीम दीपक प्रकाश के रांची स्थित आवास भी गयी. इधर राज्यसभा ने गृह सचिव, आइजी व डीएसपी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा है.

Sahibganj News: बरहरवा के तत्कालीन एसडीपीओ पीके मिश्रा और पाकुड़ के व्यवसायी व ईडी के गवाह शंभू नंदन भगत के बीच हुई बातचीत के दौरान एसडीपीओ द्वारा अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का वीडियाे वायरल होने मामले की जांच तेज हो गयी है. गुरुवार को मजिस्ट्रेट निरंजन रजक व वर्तमान बरहरवा एसडीपीओ प्रदीप कुमार उरांव के नेतृत्व में पुलिस शंभू नंदन भगत के पाकुड़ स्थित आवास पहुंची. जांच टीम ने शंभूनंदन से बातचीत का मूल डिवाइस की मांग की. इस पर शंभूनंदन ने जांच टीम को बताया कि उन्होंने उक्त मामले में ईडी व हाइकोर्ट में शिकायत की है, इसलिये अपने वकील की सलाह लिये बगैर मूल डिवाइस नहीं दे सकते हैं. जानकारी के अनुसार, इसके बाद यह टीम रांची जिले के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के आवास पहुंची लेकिन टीम की मुलाकात दीपक प्रकाश से नहीं हो सकी. वहां उनके पारिवारिक सदस्यों से मुलाकात कर जानकारी प्राप्त की. जानकारी के अनुसार, पुलिस महानिरीक्षक (मानवाधिकार) रांची के आदेश के आलोक में साहिबगंज एसपी नौशाद आलम की ओर से बरहरवा के वर्तमान एसडीपीओ प्रदीप कुमार उरांव को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. विदित हो कि बरहरवा के तत्कालीन एसडीपीओ पी के मिश्रा के द्वारा राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के नाम के साथ अमर्यादित भाषा के प्रयोग करने का कथित ऑडियो वायरल हुआ था. इसके बाद दीपक प्रकाशन ने विशेषाधिकार हनन का मामला वर्ष 2021 में राज्यसभा में लाया गया था. इस मामले को संज्ञान में लेने और छानबीन के बाद राज्यसभा ने इसे विशेषाधिकार हनन के योग्य माना और गृह सचिव, आइजी व डीएसपी को नोटिस भेजा गया. तीनों को छह अक्टूबर को राज्यसभा सचिवालय में उपस्थित होकर पक्ष रखने का निर्देश दिया है.

मूल ऑडियो को विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच करवाना चाहती है टीम

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांच कमिटी बरहरवा के तत्कालीन एसडीपीओ पी के मिश्रा और व्यवसायी शंभू नंदन भगत के बीच हुई बात-चीत के कथित वायरल ऑडियो को केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजना चाहती है ताकि जांच में यह बात सामने आ सके कि उस वायरल ऑडियो में जो आवास सुनाई दे रही है, वह शंभू नंदन भगत व एसडीपीओ पी के मिश्रा का है या नहीं. टीम में बरहरवा इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार, रांगा थाना प्रभारी अमन कुमार सिंह, बरहरवा थाना प्रभारी प्रियेश प्रसून व पाकुड़ नगर थाना पुलिस और रांची में जांच के क्रम में अरगोड़ा थाना पुलिस मौजूद थी.

ईडी में शिकायत के बाद चर्चा में आये थे शंभू नंदन भगत

बरहरवा टोल टेंडर विवाद के बाद पाकुड़ निवासी व्यवसायी शंभू नंदन भगत चर्चा में आये थे. वे अवैध खनन मामले में ईडी के अहम गवाह हैं. उनके द्वारा बरहरवा थाना में टेंडर विवाद को लेकर पंकज मिश्रा सहित अन्य के खिलाफ शिकायत की गयी थी. उक्त शिकायत के आलोक में ही इडी के द्वारा इसीआइआर दर्ज करते हुए साहिबगंज जिले में एक हजार करोड़ रुपये के अवैध खनन की जांच शुरू की गयी थी.

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