धनबाद: गांजा तस्करी मामले में ईसीएल कोलकर्मी को जेल भेजे जाने के मामले में सीआइडी ने शुरू की जांच. इसी क्रम में सीआइडी की टीम निरसा थाना पहुंची. पुलिस पदाधिकारी से पूछताछ की. फाइलों को भी खंगाला.देवियाना मोड़ स्थित घटनास्थल पहुंच जांच की. वहीं, गांजा तस्करी में जिस वाहन का इस्तेमाल किया गया था, उस वाहन का भी निरीक्षण किया गया. वाहन से उतरकर लोग जिस तरफ भागे थे, उधर भी जाकर जांच की गई.
25 अगस्त 2019 को निरसा पुलिस ने एक गाड़ी से 39 किलो गांजा बरामद किया था. वहीं ईसीएल कोलकर्मी चिरंजीत घोष को गिरफ्तार कर निरसा पुलिस ने जेल भेज दिया था.सीआइडी ने केस के गवाह बंगाल निवासी राजीव राय को ले जाकर घटनास्थल की जांच करायी. सीआइडी के अभी तक की जांच के अनुसार राजीव राय भी इस कांड में संलिप्त है. इधर, रिमांड पर लिये गये सभी तीनों आरोपियों को रविवार को जेल भेज दिया जायेगा.
गोड्डा गांजा तस्करी से भी तार जुड़े रहने की आशंका : एक सितंबर 2019 को गोड्डा के महगामा थाना में दर्ज गांजा तस्करी से भी इसके तार जुड़े रहने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. उस मामले के अभियुक्त मो रफीक ने पुलिस को बताया था कि इसीएलकर्मी चिरंजीत घोष भी उसका सहयोगी है. इससे मामला पेचीदा होता इसलिए जा रहा है कि अभी तक निरसा प्रकरण में चिरंजीत को सीआइडी निर्दोष मान कर चल रही है. एडीजी के अनुसार चार्जशीट फाइल करने से पहले उस मामले की भी जांच होगी. सीआइडी एडीजी ने बताया कि निरसा मामले में बंगाल अफसर कनेक्शन की भी जांच की जायेगी.
नीरज का दोस्त है राजीव : सीआइडी जांच में यह बात सामने आयी है कि बंगाल का राजीव राय कतरास के नीरज तिवारी का दोस्त है. राजीव ने इस कांड में उसका साथ दिया है. इसके अलावा वह पूछताछ पूर्व में की बात दोहरा रहा है. सीआइडी एडीजी ने कहा है कि बंगाल के अफसर से भी पूछताछ होगी, हालांकि यह सीआइडी के लिए भी बड़ी बात है. बताते चलें कि इसीएलकर्मी चिरंजीत घोष की पत्नी ने शुरूआती दौर में बंगाल के अफसर पर ही आरोप लगाया था कि उनके कहने पर ही उसके पति चिरंजीत को जेल भेजा गया था.