मालदा (पश्चिम बंगाल) : पश्चिम बंगाल के मालदा जिला में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक अधिकारी अपने चिकित्सकीय ज्ञान का फायदा कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में शामिल अपने कर्मियों को दे रहे हैं. मालदा जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) एचएम रहमान ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा पास करने से पहले एमबीबीएस और एमडी की डिग्री हासिल की थी.
रहमान ने बताया कि वह पुलिस अधीक्षक आलोक राजोरा के प्रोत्साहन के बाद पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने लगे हैं. रहमान उन पुलिसकर्मियों को सलाह और परामर्श देने का काम करते हैं, जो फील्ड ड्यूटी पर जाते हैं. उन्होंने बताया कि मालदा जिला में 250 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. इनमें से 201 अब स्वस्थ हैं. 156 ड्यूटी पर भी आ चुके हैं.
रहमान ने कहा, ‘हमने यह सुनिश्चित किया कि सेवा में ज्यादा उम्र के कर्मियों को इस समय अग्रिम मोर्चे पर तैनात न किया जाये. और जो वायरस से संक्रमित थे, उनके लिए मेरा काम था कि उनके मनोबल को ऊंचा रखा जाये. मैंने उनसे सभी एहतियात बरतने को कहा और मैं नियमित तौर पर इन लोगों से बात करता था.’ रहमान इसी साल फरवरी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) में तैनात हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में मंगलवार तक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1,785 हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में कोविड-19 के 2,752 नये मामले सामने आये, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 80,984 हो गयी. सोमवार से मंगलवार के बीच राज्य में 54 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हो गयी.
सरकार की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में वर्तमान में 23,315 मरीज विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 2,066 मरीज ठीक हुए हैं. सोमवार से राज्य में 22,321 नमूनों की जांच की गयी. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मरने वालों में कई सीनियर डॉक्टर शामिल हैं.
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Posted By : Mithilesh Jha