IRCTC/Indian Railway : लातेहार (चंद्रप्रकाश सिंह) : केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण के निर्णय के खिलाफ रेलवे के कर्मचारियों ने आज विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान इन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे भी लगाये. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर इस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की लातेहार युवा शाखा ने निजीकरण के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर प्रसाद ने किया.
रेलवे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर प्रसाद ने कहा कि सरकार आज केवल बड़े पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के हितों की चिंता कर रही है. इस कोरोना महासंकट में भी रेल कर्मचारियों ने अथक परिश्रम करते हुए देश में आवश्यक सामग्रियों की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है, लेकिन केंद्र सरकार ने सबसे पहले तो मंहगाई भत्ते पर रोक लगा दिया. अब देश के लोकप्रिय स्टेशनों और कमाई वाले उपा रेल रूट पर चलने वाले लगभग 150 यात्री ट्रेनों को बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुराने रेलवे कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है. कई जगह पर मशाल जुलूस व मोटरसाइकिल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया.
यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर प्रसाद ने कहा कि 14 सितंबर से लेकर 19 सितंबर तक विरोध प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि रेलवे के कई कारखानों, वर्कशॉप और मरम्मत शेड को भी बेचने की तैयारी चल रही है. उन्होंने रेल कर्मचारियों से एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया. मंहगाई भत्ता, पुरानी पेंशन बहाल करने एवं खाली पदों को भरने की मांग की.
इस मौके पर संजीव कुमार, मोहम्मद सनाउल्लाह, सागर कुमार, मुकेश कुमार, अभय राज, अजित कुमार राय, राजू चौरसिया, पूरब तुरी समेत यूनियन से जुड़े कई रेल कर्मचारी मौजूद थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra