IRCTC/Indian Railways News, Sarkari Naukri 2020, Tribals Protest: कोलकाता : वर्ष 2021 की जनगणना से पहले आदिवासियों के सरना धर्म कोड को मान्यता देने की मांग पर उत्तर बंगाल के विभिन्न स्टेशनों पर अनुसूचित जनजाति के लोगों ने ट्रेनों को रोक दिया. रविवार (6 दिसंबर, 2020) की सुबह से डालखोला, आदिना सहित उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाकों में सड़क व रेल मार्ग को जाम कर दिया गया.
आदिना में 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग को भी अवरुद्ध किया गया. इससे उत्तर बंगाल में यातायात व्यवस्था चरमरा गयी. आदिवासी सेंगेल अभियान पार्टी की ओर से सरना धर्म को जनगणना के फॉर्म में अलग स्थान दिये जाने की मांग पर यह अभियान चलाया गया. उनकी मांग है कि अन्य धर्मों की तरह सरना धर्म को भी केंद्र सरकार मान्यता दे.
आदिवासियों के इस आंदोलन के चलते गुवाहटी-आनंदविहार एक्सप्रेस, अमृतसर-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस, सियालदह-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस और सियालदह-न्यू अलीपुरदुआर स्पेशल एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें विलंबित हुईं. रेल रोको अभियान की वजह से पीएससी की क्लर्कशिप 2 की परीक्षा में कई परीक्षार्थी समय पर परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंच सके.
झारखंड दिशोम पार्टी (जेडीपी) के कार्यकर्ताओं ने मालदा जिला में रेलवे की पटरियों और राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया. इससे कई ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ और वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें पैदा हुईं. उनके हाथों में आदिवासी संस्कृति और विरासत को पहचान देने की मांग वाले पोस्टर थे.
झारखंड दिशोम पार्टी के प्रदर्शन की वजह से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा सुप्रीमो बिमल गुरुंग को अजानगढ़ में दार्जीलिंग मेल से उतरकर सड़क मार्ग से ही सिलीगुड़ी के लिए रवाना होना पड़ा. मोर्चा सूत्रों ने यह जानकारी दी.
पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि जो विद्यार्थी आंदोलन की वजह से परीक्षा केंद्रों पर समय पर नहीं पहुंच सके, उनके लिए फिर से परीक्षा लेने की व्यवस्था की जानी चाहिए. राज्य गृह विभाग ने पीएससी से अपील की है कि वे इन उम्मीदवारों को दूसरा मौका दें. हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई ठोस आश्वासन अभ्यर्थियों को नहीं मिला है.
Posted By : Mithilesh Jha