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नल जल योजना में खानापूर्ति, गिरिडीह के गांडेय क्षेत्र में ढाई की जगह डेढ़ फीट गड्ढे में बिछायी जा रही पाइप

नल जल योजना में खानापूर्ति का मामला सामने आया है. ढाई की जगह डेढ़ फीट गड्ढे कर पाइप को बिछायी जा रही है. वहीं, कई जगह पर पुरानी बोरिंग से कनेक्शन किया जा रहा है. मामला गिरिडीह जिले के गांडेय पंचायत अंतर्गत डोकीडीह पंचायत क्षेत्र का है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2023 5:47 PM

गांडेय (गिरिडीह), शमसुल अंसारी : गिरिडीह जिला अंतर्गत गांडेय प्रखंड की 26 में से करीब 16 पंचायतों में नल जल योजना का कार्य चल रहा है. लेकिन, अधिकांश पंचायतों में जैसे-तैसे काम कर खानापूर्ति की जा रही है. ऐसा ही मामला डोकीडीह पंचायत में भी सामने आया है. डोकीडीह पंचायत के विभिन्न गांवों में कामिनी कंट्रक्शन द्वारा लगभग सात करोड़ की लागत से 42 प्वाइंट पर बोरिंग की जानी है. अभी तक 38 प्वाइंट में बोरिंग हो चुकी है. पाइप बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है. पंचायत अंतर्गत रक्सकुट्टो निवासी गोविंद मंडल ने बताया कि मवि रक्सकुटटो के पास बोरिंग ड्राई होने के बाद पुरानी बोरिंग में कनेक्शन कर दिया गया है. इतना ही नहीं, यहां ढाई फीट के स्थान पर एक-डेढ़ फीट गड्ढा कर पाइप बिछायी जा रही है. बाभनडीहा में भी पुराने बोरिंग में कनेक्शन किया जा रहा है.

पुरानी बोरिंग से कनेक्शन पर घटेगा स्टीमेट : मुखिया

डोकीडीह पंचायत के मुखिया मो अकबर अंसारी ने कहा कि कुछ स्थान में बोरिंग ड्राई होने की सूचना मिली है. वहां पुरानी बोरिंग से कनेक्शन किया जा रहा है. कहा कि जूनियर इंजीनियर ने पुरानी बोरिंग से कनेक्शन पर स्टीमेट घटाने की बात कही है. कम गड्ढा कर पाइप बिछाने के सवाल पर कहा कि ठेकेदार को स्टीमेट के अनुसार कार्य करने की बात कही गयी है.

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स्टीमेट घटाने का औचित्य नहीं

कामिनी कंट्रक्शन के शशांक कुमार ने कहा कि बोरिंग ड्राई होने व पुरानी बोरिंग से कनेक्शन पर स्टीमेट कम करने का औचित्य ही नहीं है. कहा कि बोरिंग ड्राई होने की स्थिति में भी बोरिंग पर खर्च तो होता ही है. इसमें कंपनी का दोष नहीं है. इसलिए स्टीमेट कम करने की बात औचित्यहीन है.

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