अलविदा 2020: सुशांत, कोरोना ने दिया बॉलीवुड को गहरा जख्म तो वेबसीरीज बना टूटी उम्मीदों का सहारा
2020 पूरी दुनिया को हिला देने वाला साल रहा क्योंकि कोरोना वायरस ने किसी को भी नहीं बक्शा. जहां इस साल हर क्षेत्र प्रभावित रहा, बॉलीवुड पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा. इस साल बॉलीवुड में वे कौन-कौन सी घटनाएं रहीं, जिन्हें भूल पाना मुश्किल है, उन सबका लेखा जोखा इस रिपोर्ट में.
2020 पूरी दुनिया को हिला देने वाला साल रहा क्योंकि कोरोना वायरस ने किसी को भी नहीं बक्शा. जहां इस साल हर क्षेत्र प्रभावित रहा, बॉलीवुड पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा. इस साल बॉलीवुड में वे कौन-कौन सी घटनाएं रहीं, जिन्हें भूल पाना मुश्किल है, उन सबका लेखा जोखा इस रिपोर्ट में.
जबरदस्त आर्थिक नुकसान से गुजरी इंडस्ट्री
ये साल इंडस्ट्री के लिए बहुत ही मुश्किलों भरा रहा. खासकर आर्थिक दृष्टि से. ट्रेड एनालिस्ट का मानना है कि मार्च से लेकर सितंबर तक लगभग इंडस्ट्री ने 1500 करोड़ का नुकसान झेला. चूंकि मार्च में ही लॉक डाउन की शुरुआत हुई, और इसके बाद कई फिल्में न तो रिलीज हुईं न ही शूट हुईं. इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों के जॉब्स गए.
संजय लीला भंसाली की गंगूबाई की शूटिंग रुकी. फिर बोनी कपूर की फिल्म मैदान की शूटिंग. जबकि इन दोनों फिल्मों के सेट बन चुके थे. लूडो, लक्ष्मी, सड़क, सूर्यवंशी, गुलाबी सिताबो जैसी कई फिल्मों की रिलीज तारीख बदली. जानकारों का मानना है कि इसके बावजूद कि अब शूटिंग शुरू हो गई है, लेकिन अब भी फिल्में कम ही संख्या में थियेटर में रिलीज हो रही हैं, इस साल बॉलीवुड का लगभग 50 प्रतिशत नुकसान ही हुआ है.
ऐसे में ए लिस्टर्स जो कि 50 से 60 प्रतिशत प्रोडक्शन के बजट से लेते थे, किसी फिल्म के बनने पर. मतलब 80 करोड़ की कोई फिल्म हो तो लगभग उसमें से 25 प्रतिशत. अब उन्होंने इसमें कटौती की है. प्रोमोशनल बजट जो कि 25 से 30 करोड़ का होता था, जिसमें सिटी टूर्स वगैरह होते थे, उन सब में कटौती की गई है. लगभग 30 प्रतिशत की कटौती हुई है. आनेवाले साल में भी ये कटौती जारी रहेगी.
ओटीटी का धमाल
भले ही लॉकडाउन में बॉलीवुड के मेकर्स और थियटर मालिकों का नुकसान हुआ हो, लेकिन ओवर द टॉप यानी ओटीटी प्लैटफॉर्म्स ने पूरा कमाल दिखाया. उन्होंने खूब मुनाफा कमाया, क्योंकि जो फिल्में थिएटर में रिलीज होने वाली थीं, ओटीटी पर होने लगी. शुरुआत हुई गुलाबो सिताबो से, फिर कुली नंबर 1, लक्ष्मी, गुंजन सक्सेना, खाली पिली शकुंतला देवी, भागमती, लूडो जैसी कई फिल्में ओटीटी पर आ गयीं.
आंकड़ें बता रहे हैं कि भारत में लगबग मार्च से जुलाई के बीच इस साल 30 प्रतिशत की दर से सब्सक्राइबर्स बड़े, मतलब 22 मिलियन से 29 मिलियन से बढ़ना शुरू हुआ. हिंदी भाषा के कंटेंट 50 प्रतिशत से भी अधिक स्ट्रीम किये गए. 46 प्रतिशत की वृद्धि में पांच मेट्रो सिटीज के दर्शक शामिल हुए. वहीं टायर 1 के शहर से 35 प्रतिशत दर्शक बढ़े. और रिपोर्ट के मुताबिक पूरे भारत में ओटीटी मार्किट 237. 86 पहुंच गया, जिसमें वेब सीरीज और फिल्में मुख्य रूप से शामिल रहीं. आने वाले समय में ५०० मिलियन से भी ज्यादा सब्स्क्रिबेर्स बढ़ने वाले हैं.
जी 5 ने अप्रैल तक ही 437. 5 मिलियन विएवरशिप हासिल कर लिया था. ऑल्ट बालाजी ने 17००० प्लस में सब्सक्राइबर बढ़ाया. अमेज़ॉन प्राइम वीडियो ने भारत में लॉकडाउन के दौरान 83 प्रतिशत अधिक डेली एक्टिव यूजर्स बनाये. वहीं डिज्नी ने बड़ी फिल्मों को खरीदा, जिनमें लक्ष्मी, लूटकेस, बुल, सड़क 2 और दिल बेचारा जैसी फिल्म रही.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह से दिल बेचारा के बहुत दर्शक बढ़ें. रिसर्च बता रहा है कि 2023 तक लगभग पांच बिलियन से भी ज्यादा ओटी टी का बिजनेस भारत में बढ़ेगा. इसकी बड़ी वजह कोविद रहा, लोग घर में रहे और सिनेमा थियेटर नहीं जाने की वजह से उन्होंने घर पर रह कर ही मनोरंजन का जरिया ढूंढा, एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में क्रिकेट और सिनेमा सबसे ज्यादा ओटीटी पर देखा जाता रहा है. लॉक डाउन की वजह से कई एक्टर्स को भी अपनी फीस कम करनी पड़ी है, कई मामलों में आर्थिक लेन देन का प्रभाव पड़ा है, चूंकि सभी फिलहाल अपनी चीजें रिलीज होने देना चाहते हैं.
Also Read: नोरा फतेही ने शेयर किया साल 2020 का आखिरी डांस VIDEO, क्या आपने देखा?
एमी अवार्ड किया अपने नाम
यह पहली बार हुआ कि कोई भारतीय कार्यक्रम प्रतिष्टित एमी अवार्ड अपने नाम पर कर पाया. 48वें एमी अवार्ड में वेब सीरीज दिल्ली क्राइम्स ने बेस्ट ड्रामा कैटेगरी में अवार्ड जीता. यह सीरीज 2012 के चर्चित गैंगरेप पर आधारित था.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत, रिया को जेल, बॉलीवुड में ड्रग
सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने बॉलीवुड को कई लिहाज से कटघरे में खड़ा दिया. उनकी मौत को आत्महत्या बताया गया. फिर पूरे भारत में इसको लेकर बहस छिड़ी. सोशल मीडिया ने इसमें प्रमुख भूमिका निभाई. एक बार फिर से नेपोटिज्म के मुद्दे को हवा मिली. सुशांत सिंह के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता था, इसके बाद एक नया तमाशा शुरू हुआ.
कई मीडिया हॉउस ने बॉलीवुड की धज्जियां उड़ानी शुरू कर दी. करण जौहर से लेकर कई दिग्गज निर्माताओं पर नेपोटिज्म के आरोप लगे. सुशांत की गर्ल फ्रेंड रिया चक्रवर्ती को पूरे देश में कोसा गया. धीरे-धीरे परतें खुलीं तो ड्रग पर बात आयीं. कई लोगों पर संदिग्ध किया गया, दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान जैसे कई बड़ी हस्तियों का नाम उछला ड्रग के सेवन को लेकर.
बाद में रिया के भाई को जेल हुई. दीपिका और बाकी कई बड़े कलाकारों से पूछताछ हुई. रिया के मेंटर रहे महेश भट्ट भी कटघरे में आये. लगभग सुशांत की मौत के तीन चार महीने बाद तक इस पर शोर हुआ, बाद में ये केस सीबीआई को सौंपा गया है, फ़िलहाल अंतरिम फैसला आना बाकी है.
बिछड़े सभी बारी- बारी
हिंदी सिनेमा के लिए यह बुरा दौर रहा, इस साल कई कलाकारों और फ़नकारों ने दुनिया को अलविदा कहा. मशहूर अभिनेता इरफ़ान खान की 29 अप्रैल को मौत हुई. न्यूरोएंडोक्रिन ट्यूमर नामक बीमारी से वे ग्रसित थे. ऋषि कपूर ने 30 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्हें ल्यूकेमिया डिटेक्ट हुआ था और दो साल से उनका इलाज चल रहा था.
एक जून को वाजिद खान, जो कि म्यूजिक निर्देशक और सिंगर रहे, उन्होंने दुनिया को अलविदा कह. आम आदमी पर फिल्में बनाने वाले बासु चटर्जी ने भी इस दुनिया को अलविदा कहा. उन्होंने चार जून को दुनिया को अलविदा कहा. अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने घर लटके मृतक पाए गए थे. फिलहाल मम्मला CBI के पास है. इस पर रिपोर्ट नहीं आई है कि उन्होंने आत्महत्या की थी या मर्डर है.
तीन जुलाई को दिल का दौरा पड़ने से सरोज खान का देहांत हुआ. वह हिंदी सिनेमा में डांसिंग मास्टर मानी जाती रहीं. सूरमा भोपाली वाले जगदीप और बीते जमाने की लोकप्रिय अभिनेत्री निम्मी ने इस साल दुनिया को अलविदा कह दिया. 50 और 60 के दशक में कुमकुम लोकप्रिय अभिनेत्री रहीं उन्होंने भी दुनिया को 28 जुलाई को अलविदा कह दिया.
इब्राहिम अल्काजी ने थियेटर की दुनिया में बड़ा नाम बनाया, उन्होंने नसीरुद्दीन शाह, ओम पूरी समेत कई कलाकारों को प्रशिक्षित किया. उनका देहांत चार अगस्त को हुआ. महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने अमेरिका में 17 अगस्त को आखिरी सांस ली. मशहूर निर्देशक निशिकांत कामत ने 17 अगस्त को दुनिया को अलविदा कहा. उन्होंने मुंबई मेरी जान, मदारी, लय भरी, दृश्यम, भावेश जोशी जैसी कई फिल्में बनाई थीं.
आशालता वाबगांवकर लोकप्रिय अभिनेत्री रहीं. उनकी मृत्यु 22 सितंबर को हुई. वह कोरोना संक्रमित हो गई थीं. एसपी बालसुब्रमण्यम हिंदी सिनेमा में कई यादगार गीत गाये हैं, जिनमें मैंने प्यार किया, हम आपके हैं कौन, सागर, जैसी कई फिल्में शामिल हैं. चरित्र अभिनेता आसिर बसरा ने भी आत्महत्या से अपनी जान ले ली. उन्होंने परजानिया, ब्लैक फ्राइडे, जब वी मेट जैसी कई फिल्मों में काम किया था. उन्हें 12 नवंबर को मृत पाया गया.
Also Read: PHOTOS : ब्लैक बिकिनी में हिना खान का बोल्ड फोटोशूट, एक्ट्रेस ने हॉट अंदाज से इंटरनेट पर मचाया तहलका
फिल्मों के जाने माने निर्देशक, अभिनेता और लेखक रहे सौमित्र चटर्जी की मृत्यु कोरोना के कारण हुई. उनकी मौत 15 नवंबर को हुई. भानू अथिया ने हिंदी सिनेमा में कई दशकों तक कॉस्ट्यम डिजायनर के रूप में काम किया. वे ऑस्कर विजेता भी रहीं. 28 अक्टूबर को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
सोशल मीडिया पर कंगना का घमासान पूरे साल
कंगना पूरे साल सोशल मीडिया पर छायी रही हैं. कंगना ने जस्टिस फॉर सुशांत का नारा लगाना शुरू किया. इसी क्रम में उनकी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी ठन गई। कंगना इसी साल ट्विटर पर आई थीं. कंगना ने सुशांत की मौत का जिम्मेदार कई फिल्ममेकर्स पर लगाया. बीएमसी द्वारा कंगना का बांद्रा स्थित ऑफिस भी तोड़ा गया. इसकी वजह से खूब छींटाकशी का दौर रहा, कंगना ने मुंबई को पी ओके बताया, जिसके बाद संजय राउत ने फब्तियां कसी और एक दूसरे पर वार का सिलिसला जारी रहा.
कंगना इसके बाद ड्रग्स को लेकर भी लगातार बोलती रहीं, उन्होंने पूरी फिल्म इंडस्ट्री को ड्रग का आदि बताया. खासतौर पर करण जौहर पर उनका वार जारी रहा. लेकिन हाल ही में जब दिलजीत दोसांझ ने ट्विटर पर उन्हें किसान आंदोलन को लेकर जवाब देना शुरू किया, तो सोशल मीडिया ने खूब मजे लिए.
कई बड़ी हस्तियां कोरोना के चपेट
कोरोना वायरस की चपेट में अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्य और उनकी बेटी आरध्या भी आयीं. सिंगर कनिका कपूर को सबसे पहले कोरोना हुआ था, जिस पर काफी विवाद भी हुआ था. इनके अलावा नीतू सिंह, वरुण धवन, रकुल प्रीत सिंह, जेनेलिया, अर्जुन कपूर, पूरब कोहली, करीम मोरानी, जैसी हस्तियों को भी कोरोना हुआ.