भारती एयरटेल अपने आक्रामक 5G रोलआउट की मदद से अपने पोस्ट-पेड सब्सक्राइबर बेस को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है, जो वोडाफोन आइडिया के कस्टमर्स को आकर्षित करने में लगी हुई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें वोडाफोन आइडिया ने अभी तक अपनी 5G सर्विस रोलआउट नहीं किया है, जेएम फाइनेंशियल के विश्लेषकों ने एक कमेंट के जरिये इस बात की जानकारी दी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुनील मित्तल के नेतृत्व वाले टेलीकॉम ऑपरेटर के 6 प्रतिशत ग्राहक पोस्टपेड प्लान पर हैं, जबकि अन्य उभरते मार्केट में यह आंकड़ा 20 से लेकर 40 प्रतिशत तक है. प्रीमियम ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित करने की एयरटेल की स्ट्रेटेजी ने पिछले कुछ क्वार्टर्स में टैरिफ वृद्धि से संबंधित अवसरों के बिना भी मजबूत एआरपीयू बढ़त को प्रेरित करता रहा है.
जेएम फाइनेंशियल्स ने अपने एक बयान में कहा कि, उम्मीद है कि भारती का प्रीमियमीकरण फोकस उसके एआरपीयू को फाइनेंसियल ईयर 28 में 9 प्रतिशत की CAGR से बढ़कर 300 रुपये (बनाम 1QFY24 में 200 रुपये) तक ले जाएगा. इसमें से 3-4 प्रतिशत की वृद्धि एमबीबी अपग्रेड/डेटा इस्तेमाल में वृद्धि के कारण जारी रह सकती है, जबकि 5-6 प्रतिशत की वृद्धि नियमित टैरिफ बढ़ोतरी के माध्यम से होने की संभावना है. भारती एयरटेल की प्रीमियमीकरण रणनीति संभवतः 13 प्रतिशत EBITDA CAGR को बढ़ाएगी. यह फीचर फोन से स्मार्टफोन अपग्रेड के माध्यम से प्रीमियम ग्राहकों को हासिल करने पर जोर दे रहा है, जिसके परिणामस्वरूप एआरपीयू दोगुना हो गया है.
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अपनी प्रीमियमीकरण रणनीति के हिस्से के रूप में, टेल्को फैमिली पोस्ट-पेड प्लान्स, आक्रामक 5G रोलआउट और डेटा मोनेटाइजेशन के माध्यम से प्री-पेड से पोस्ट-पेड अपग्रेड भी चला रहा है क्योंकि, ग्राहक एडिशनल डेटा या हाई डेटा लिमिट प्लान्स का ऑप्शन चुनते हैं. केवल यहीं नहीं, टेल्को के सिम्प्लिफाइड प्लान्स और एंट्री लेवल के प्री-पेड टैरिफ में तेज वृद्धि ने इसकी प्रीमियमीकरण स्ट्रेटेजी में इजाफा किया है. विश्लेषकों ने इस मामले पर बात करते हुए कहा, इससे भारती को पिछली कुछ क्वार्टर्स में टैरिफ बढ़ोतरी से जुड़े अवसरों के अभाव में भी मजबूत एआरपीयू वृद्धि हासिल करने में मदद मिली है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें भारत में एआरपीयू अभी भी सबसे कम 2.2 डॉलर्स प्रति महीने है, जबकि ग्लोबल एवरेज 8-10 डॉलर्स प्रति माह या चीन में 6.9 डॉलर्स प्रति महीने है. ब्रोकरेज ने कहा कि प्रति व्यक्ति सकल घरेलू प्रोडक्शन के मुकाबले भारत का एआरपीयू वित्त वर्ष 2013 में 1.0 प्रतिशत के मुकाबले कम है, जबकि फाइनेंसियल ईयर 2015 से पहले यह +1.5 प्रतिशत था. AMDU (एवरेज मंथली डेटा यूसेज) प्रति डेटा ग्राहक वृद्धि प्रक्षेपवक्र 5G पैठ में क्रमिक वृद्धि के साथ अगले 3-5 वर्षों में जारी रहने की संभावना है. इसके अलावा, जून 2023 में 72 प्रतिशत बनाम मार्च 19 (टैरिफ बढ़ोतरी की शुरुआत से पहले) 47 प्रतिशत तक बढ़ने के बाद, इंडस्ट्री की एमबीबी (मोबाइल ब्रॉडबैंड) पहुंच अगले 3-5 वर्षों में 85-90 प्रतिशत तक बढ़ने की महत्वपूर्ण गुंजाइश है. आपकी जानकारी के लिए बता दें चीन, ब्राजील और विकसित देशों में एमबीबी की पहुंच 85-100 प्रतिशत तक है.
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