दिव्या सुब्बाराजू थाडिगोल और सरबजोत सिंह की भारतीय जोड़ी ने गुरुवार को आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीत लिया है. इससे पहले काहिरा और भोपाल में विश्व कप चरण में दूसरे स्थान पर रही भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में सर्बिया के जोराना अरुनोविच और दामिर मिकेच की जोड़ी को 16-14 से हराया.
प्रतियोगिता के दूसरे दिन भारतीय जोड़ी ने 55 टीम के क्वालीफिकेशन में 581 अंक के साथ शीर्ष पर रहते हुए स्वर्ण पदक के मुकाबले में जगह बनायी और पदक सुनिश्चित किया. क्वालीफिकेशन में तीन जोड़ियों का स्कोर 581 था लेकिन दिव्या और सरबजोत 10 अंक के अंदरूनी हिस्से में 24 निशाने लगाकर शीर्ष पर रहे. दामिर और जोराना की जोड़ी 10 अंक के अंदरूनी हिस्से में 19 निशाने लगाकर दूसरे जबकि तुर्की की जोड़ी 16 निशाने लगाकर तीसरे स्थान पर रही.
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भारतीय जोड़ी ने फाइनल की शुरुआत पहली सीरीज में 10.5 अंक के दो समान स्कोर के साथ करते हुए 2-0 कर बढ़त बनायी. हालांकि इसके 13 सीरीज के बाद दोनों जोड़ियां 14-14 से बराबर थीं. पंद्रहवीं सीरीज के विजेता के नाम खिताब होना था। सरबजोत ने 10.6 के शानदार स्कोर से शुरुआत की जबकि दिव्या ने 9.9 अंक जुटाये. दामिर ने 10.3 अंक से सर्बिया की जोड़ी की उम्मीद जगायी लेकिन जोराना 8.6 अंक ही जुटा सकीं जिससे भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक जीता.
सरबजोत ने लगातार दूसरे आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीता. इससे पहले मार्च में उन्होंने भोपाल में व्यक्तिगत एयर पिस्टल का स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. दिव्या का इस स्तर पर सीनियर वर्ग का यह पहला पदक है. सिमल यिलमाज और इस्माइल केलेस की तुर्की की जोड़ी ने सारा कोस्टेनटिनो और पाउलो मोना की इटली की जोड़ी को 17-9 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया.
भारत एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में दूसरे स्थान पर चल रहा है. चीन के नाम एक स्वर्ण और एक रजत पदक है. इससे पहले बुधवार को रिदम सांगवान ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक के साथ प्रतियोगिता में भारत के पदक का खाता खोला. रिदम 219.1 अंक के साथ दो बार की ओलंपिक चैंपियन यूनान की स्वर्ण पदक विजेता अन्ना कोराकाकी और यूक्रेन की रजत पदक विजेता ओलेना कोस्टेविच से पीछे तीसरे स्थान पर रहीं. रिदम का विश्व कप में यह पहला सीनियर व्यक्तिगत पदक है.