इटखोरी का भद्रकाली मंदिर: भंते तिसारो बोले, रघुवर दास की घोषणा के 8 साल बाद भी नहीं बना म्यूजियम
बुद्ध अवशेष बचाव अभियान संगठन के भंते तिसारो ने कहा कि भद्रकाली मंदिर परिसर में म्यूजियम बनने से यहां के लोगों को रोजगार मिलता. महोत्सव के बाद मुख्यमंत्री ने यहां विश्व का सबसे बौद्ध स्तूप बनाने की बात कही थी. यह कार्य होने से देश व विदेश के काफी संख्या में बौद्धिष्ट यहां पहुंचते.
चतरा. वर्ष 2015 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इटखोरी महोत्सव के दौरान भद्रकाली मंदिर परिसर में म्यूजियम बनाने की घोषणा की थी. म्यूजियम साढ़े तीन करोड़ की लागत से बनाने की बात कही थी, लेकिन आज तक कोई कार्य नहीं हुआ. म्यूजियम के निर्माण के लिए सांसद, मंत्री व विधायक गंभीर नहीं दिख रहे हैं. यही कारण है कि कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया है. बुद्ध अवशेष बचाव अभियान संगठन के भंते तिसारो ने रविवार को प्रभात खबर कार्यालय में ये बात कही.
बुद्ध अवशेष बचाव अभियान संगठन के भंते तिसारो ने कहा कि भद्रकाली मंदिर परिसर में म्यूजियम बनने से यहां के लोगों को रोजगार मिलता. महोत्सव के बाद मुख्यमंत्री ने यहां विश्व का सबसे बौद्ध स्तूप बनाने की बात कही थी. यह कार्य होने से देश व विदेश के काफी संख्या में बौद्धिष्ट यहां पहुंचते. जिससे सरकार, मंदिर प्रबंधन को काफी राजस्व प्राप्त होता.
बुद्ध अवशेष बचाव अभियान संगठन के भंते तिसारो ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैये के कारण ये कार्य नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि कई साल बीत गये, राज्य में सरकार भी बदल गयी, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने सरकार से इस ओर ध्यान देने की मांग की हैं. मौके पर डॉ अमरदीप कुमार उपस्थित थे.