Loading election data...

बंगाल में चुनावी हिंसाः पलायन करने वालों से असम में मिले राज्यपाल धनखड़, बोले- मुख्यमंत्री टकराव का रास्ता छोड़ें

असम में राज्यपाल बोले- बंगाल से पलायन करने वाले घर लौटें, ममता बनर्जी टकराव का रास्ता छोड़ें.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2021 5:47 PM
an image

कोलकाताः बंगाल चुनाव 2021 के बाद हुई हिंसा की वजह से प्रदेश से पलायन करने वालों से मिलने के लिए राज्यपाल जगदीप धनखड़ शुक्रवार (14 मई) को असम के रनपगली कैंप पहुंचे. अगोमनी इलाके के रनपगली कैंप में शरण लेने वाले बंगाल के लोगों का गवर्नर श्री धनखड़ ने हौसला बढ़ाया. साथ ही इन लोगों से अपील की कि सभी लोग अपने घर लौटें. बंगाल में उन्हें सुरक्षा मिलेगी. श्री धनखड़ ने कहा कि ममता बनर्जी अब चुनाव जीत चुकी हैं. उन्हें टकराव का रास्ता छोड़ देना चाहिए.

रनपगली कैंप में शरण लेने वाले बंगाल के नागरिकों से मुलाकात के बाद श्री धनखड़ ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोग पुलिस के पास जाने से डर रहे हैं. पुलिस वाले सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं से डरे हुए हैं. मैंने सभी से अपील की है कि वे अपने घर लौटें. वे बंगाल वापस आयें. अगर बंगाल में कोई गोली चलती है, तो उसे वह अपने सीने पर खाने को तैयार हैं. श्री धनखड़ ने कहा कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ सकारात्मक माहौल में बात करेंगे.

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ममता बनर्जी को जनमत मिला है. उनकी सरकार बन चुकी है. अब उन्हें टकराव का रास्ता छोड़ देना चाहिए. मुख्यमंत्री को हिंसा रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए और प्रदेश में शांति बहाली के लिए काम करना चाहिए. इससे पहले श्री धनखड़ ने अगोमनी इलाके में शरण लेने वाले हिंसा का शिकार होकर बंगाल से पलायन करने वाले लोगों और हिंसा का शिकार हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. उन्हें सांत्वना दी.

Also Read: बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को दिखाये काले झंडे, चुनाव बाद हिंसा का जायजा लेने गये थे कूचबिहार

इस दौरान एक बुजुर्ग हिंसा की घटना बताते हुए राज्यपाल से लिपटकर बिलख-बिलखकर रोने लगा. इस पर गवर्नर ने बुजुर्ग और अन्य पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद देने का विश्वास दिलाया. रनपगली कैंप में रह रहे बंगाल के लोगों ने राज्यपाल को बताया कि 2 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद वे लोग भागकर यहां आ गये. उनका कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उनके घरों में तोड़फोड़ की.

इस पर श्री धनखड़ ने कहा कि अगर अब बंगाल में हिंसा होगी, तो पहली गोली वह अपने सीने पर खाने के लिए तैयार हैं. सभी अपने-अपने घर को लौटें. उन्हें पूरे सम्मान के साथ अपने घर में जीने का अधिकार है. इसके लिए वह प्रदेश की मुखिया ममता बनर्जी से बात करेंगे. श्री धनखड़ सड़क मार्ग से ही उत्तर बंगाल के कूचबिहार से असम के अगोमनी स्थित रनपगली कैंप पहुंचे. बंगाल चुनाव 2021 के बाद हुई हिंसा से पीड़ित लोगों से मुलाकात की.

Also Read: कूचबिहार में बोले धनखड़- संविधान की रक्षा मेरी जिम्मेदारी, लोग बोले- राष्ट्रपति भी ऐसे ही हालात संभालें

Posted By: Mithilesh Jha

Exit mobile version