मुनिश्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज हजारीबाग में बोले, झारखंड ऐसे बन सकता है विकसित राज्य
Jharkhand News, Hazaribagh News, चौपारण न्यूज : संत शिरोमणि आचार्य गुरूवर 108 श्री विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनिश्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज एवं मुनिश्री 108 अरहा सागर जी महाराज का झारखंड में मंगल प्रवेश शनिवार को हुआ. झारखंड की सीमा चोरदाहा में प्रमाण सागर जी महाराज का स्वागत के लिए महिला पुरूष व बच्चे काफी संख्या में उपस्थित थे. जैन समाज की महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषे में धार्मिक झंडे के साथ स्वागत किया. प्रमाण सागर जी महाराज ने कहा कि झारखंड के लोग अपने आप में ठान लें, तो विश्व के सबसे विकसित राज्यों में झारखंड एक होगा. सरकार के गिले-शिकवे से बेहतर है अपने आप को बदल डालो.
Jharkhand News, Hazaribagh News, चौपारण न्यूज : संत शिरोमणि आचार्य गुरूवर 108 श्री विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनिश्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज एवं मुनिश्री 108 अरहा सागर जी महाराज का झारखंड में मंगल प्रवेश शनिवार को हुआ. झारखंड की सीमा चोरदाहा में प्रमाण सागर जी महाराज का स्वागत के लिए महिला पुरूष व बच्चे काफी संख्या में उपस्थित थे. जैन समाज की महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषे में धार्मिक झंडे के साथ स्वागत किया. प्रमाण सागर जी महाराज ने कहा कि झारखंड के लोग अपने आप में ठान लें, तो विश्व के सबसे विकसित राज्यों में झारखंड एक होगा. सरकार के गिले-शिकवे से बेहतर है अपने आप को बदल डालो.
जैन मुनियों का पदयात्रा 15 दिसंबर 2019 को मध्य प्रदेश के कटनी नेमावर्ग गुरु आचार्य विद्यासागर जी महाराज के चरणों से शुरू हुई है. वे यूपी, बिहार सहित अन्य राज्यों से पैदल झारखंड पहुंचे हैं. पदयात्रा चार अप्रैल को राज्य के विभिन्न नगरों का भ्रमण के बाद श्रीसम्मेद शिखरजी पहुंचेगी. पदयात्रा में मुनिवर के साथ प्रेमचंद प्रेमी मध्यप्रदेश, पदयात्रा का संयोजक इंजीनियर रमेश जैन सतना मध्यप्रदेश, चिंतामणि सवैया लाल पुष्पराम जैन कनोज मुंबई यात्रा के व्यवस्थापक, समन्वयक मनोज जैन, शरद सरबागी, मुकेश मोदी, दीपेंद्र जैन कटनी सतना के अलावा बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग शामिल हैं. 2005 से 2015 तक बिहार व बंगाल में रहे. छह वर्ष के बाद झारखंड में इनका आगमन हुआ है.
चोरदाहा में स्वागत कार्यक्रम में प्रमाण सागर जी महाराज ने कहा संतोष से ही मानव जीवन का सबसे बड़ा धन है. सड़क के गड्ढे को सरकार भरती है. मन के गड्ढे को संत भरते हैं. झारखंड के लोग अपने आप में ठान लें, तो विश्व का सबसे विकसित राज्यों में झारखंड एक होगा. सरकार के गिले-शिकवे से बेहतर है अपने आप को बदल डालो. मन में श्रद्धा हो तो इंसान सब कुछ खोकर पा सकता है. दूसरे राज्यों में झारखंड का खौफ है. राज्य में सुशासन होना चाहिए. नशा मदिरा से अपने आप को दूर रखें.
प्रमाण सागर जी महाराज की अगुवाई करने चोरदाहा पहुंचे मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा गुरुवर के पास आकर अति प्रसन्न हूं. प्रमाण सागर जी महाराज के द्वारा जो आशीर्वाद वचन प्राप्त होगा उसे निष्ठापूर्वक निभाने का प्रयास करूंगा. झारखंड तीन धर्मों का समागम रहा है. जिसका उदहारण भद्रकाली मंदिर में देखने का मिलता है. सनातन धर्म के लोग भी आज आपके साथ हैं. जिस उम्मीद से झारखंड के निर्माण हुआ है आज हम उसमें काफी पीछे हैं. विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि प्रमाण सागर जी महाराज के आगमन से चौपारण के लोग उत्साहित हैं. आज जो कुछ मैं हूं, वह प्रमाण सागर जी का मार्गदर्शन है. झारखंड की धरती पर इनका स्वागत करता हूं.
Also Read: आदिवासियों व दलितों की बेहतर शिक्षा को लेकर सीएम हेमंत सोरेन का ये है प्लान, एनीमिया एवं कुपोषण से मुक्ति के लिए दोहराया ये संकल्पकार्यक्रम के संयोजक राजकुमार जैन अजमेरा ने बताया कि प्रमाण सागर जी महाराज का आगमन 21 मार्च को चौपारण में होगा. सुबह जैन मंदिर पहुंचेंगे. उनका आगमन को लेकर चौपारण चट्टी में व्यापक तैयारी की गयी है. इस मौके पर झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक उमा शंकर अकेला यादव, कार्यक्रम के संयोजक राजकुमार जैन अजमेरा, धार्मिक दिगम्बर जैन न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद, नरेंद्र जैन, पूरनमल जैन, उमेदमल जैन रांची, रामगढ़ के अध्यक्ष रमेश सेठी, हज़ारीबाग के अध्यक्ष धीरेंद्र सेठी, महामंत्री पवन अजमेरा, आरोग्यम के संस्थापक सुनील जैन, हर्ष अजमेरा, रंजन सेठी, आशा विनायिका, आशीष अजमेरा, रवि शंकर अकेला, सुनील जैन, डॉ आरसी प्रसाद शामिल थे
Posted By : Guru Swarup Mishra