झारखंड में जयराम रमेश ने भाजपा पर बोला हमला, कहा- एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देना उनका पाखंड
जयराम रमेश ने कहा कि केंद्र सरकार कुछ साल पहले वो तीन काले कानून को वापस ली थी. अब सवाल यहां पर ये उठ रहा है कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी थी. वो तीन कानून हमारे कृषि क्षेत्र का निजीकरण कर देते.
गढ़वा : देश के किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर फिर सड़क पर हैं. 12 फरवरी को उनकी केंद्रीय मंत्रियों के साथ हुई बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका है. अब, इधर इस मामले में सियासत फिर गरमा गयी है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गढ़वा में पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने को भाजपा का पाखंड बताया है.
जयराम रमेश ने कहा कि केंद्र सरकार कुछ साल पहले वो तीन काले कानून को वापस ली थी. अब सवाल यहां पर ये उठ रहा है कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी थी. वो तीन कानून हमारे कृषि क्षेत्र का निजीकरण कर देते. वहीं, स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि एमएसपी उत्पादन की विस्तृत लागत का 1.5 गुना होना चाहिए.
पहले भी केंद्र सरकार को घेर चुके हैं इस मामले में
जयराम रमेश ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने एमएस स्वामीनाथन और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया है. लेकिन भाजपा का ये सिर्फ एक पाखंड है. बता दें कि कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने पहले भी इस मामले में केंद्र सरकार को घेरा था. उन्होंने कल छत्तीसगढ़ में भी एक संवादाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि मोदी सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है.
किसानों ने किया है दिल्ली कूच
गौरतलब है कि देश भर के किसान एक बार फिर न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर समेत कई मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर लिया है. किसानों ने इसे चलो दिल्ली मार्च का नाम दिया है. बता दें कि पिछली बार की तरह अलग अलग राज्यों के किसान इस आंदोलन में शामिल हैं. हालांकि, इस बार सभी किसान संगठनों का समर्थन नहीं मिला है.