कानपुर. कानपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहा पर रहमत अली अपनी मर्जी से रितिक शर्मा बन गया. कानपुर के हनुमान मंदिर में वैदिक मंत्रोचारण के रहमत अली का शुद्धिकरण किया. इसके बाद रहमत अली ने इस्लाम को छोड़कर रीति रिवाज से हिन्दू धर्म को अपना लिया. रहमत अली से रितिक शर्मा बने युवक ने पहले भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. इसके बजरंग बली का आशीर्वाद लिया.
बता दे कि हरदोई के रहने वाले रहमत अली नौकरी की तलाश में कानपुर आये थे. यहां पर वह किराए का कमरा लेकर प्राइवेट नौकरी करता है. रहमत बताते है कि उनका शुरुआत से ही हिन्दू धर्म की तरफ रुझान था. वह कई बार धर्म बदलने के लिए सोच रहे थे. लेकिन, इसके लिए उनका परिवार तैयार नही हो रहा था. लेकिन अब हमने मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिन्दू धर्म को अपना लिया है.
रहमत अली उर्फ धर्म बताते है कि हमने हिन्दू धर्म के रीति रिवाज से हमने अपना शुद्धिकरण कराया. इसके बाद मैंने हवन पूजन किया. शंकर भगवान का जलाभिषेक कर सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद लिया है. आगे रहमत अली उर्फ रितिक बताते है कि हमको शुरुआत से ही हिन्दू धर्म बहुत पसंद था. मैं अक्सर रामलीला, गणेश महोत्सव और कांवर भरने के लिए भी जाता हूं. इसके साथ ही मेरे सभी दोस्त हिन्दू है और इस धर्म को हमने नजदीक से देखा और जाना है. मुझे हिन्दू धर्म सभी धर्मों से अच्छा लगा. इसलिए हमने इस्लाम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया.
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कानपुर में इस्लाम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने वाले रहमत अली अब रितिक शर्मा तो बन गए हैं. लेकिन, इसी बीच रितिक शर्मा को लेकर असमंजस बना हुआ है कि उनको क्या वर्ग मिलेगी. अगर उन्हें रितिक शर्मा के नाम से ब्राह्मण वर्ग मिलता है तो क्या उन्हें ब्राह्मण वर्ग स्वीकार कर पाएगा. अगर वह अपनी मर्जी से जाति का चयन करता है तो क्या उसे उस जाति के लोग स्वीकार कर पाएंगे.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी