बंगाल के साइबर ठगी मामले के तार झारखंड से जुड़े, 1 गिरफ्तार
आसनसोल में जो कांड दर्ज किया गया था उसकी के आधार पर जामताड़ा के पोसोई गांव में छापेमारी कर सरफराज अंसारी को गिरफ्तार कर और कर बंगाल पुलिस को सौंप दिया गया. सरफराज एक सिम के बदले बंगाल के साइबर ठग गिरोह को एक हजार रुपये भुगतान करता था.
जामताड़ा पुलिस ने अंतरराज्यीय सप्लायर को पोसोई से दबोचा, आसनसोल थाना को सौंपा
जामताड़ा पुलिस ने अंतरराज्यीय सिम सप्लायर को गिरफ्तार कर बंगाल पुलिस के हवाले कर दिया है. बताया जाता है कि पश्चिम बंगाल के साइबर ठग गिरोह से सिम खरीदारी कर अन्य साइबर आरोपियों तक पहुंचाया जाता था. जामताड़ा पुलिस ने सप्लायर सरफराज अंसारी को पोसोई गांव से गिरफ्तार किया है. इसके बाद आसनसोल पुलिस को सौंप दिया. एसपी अनिमेष नैथानी ने बताया कि आसनसोल साइबर थाने की पुलिस जामताड़ा पुलिस से संपर्क किया था. बताया था कि बंगाल में पकड़े गये साइबर ठगों ने खुलासा किया है कि बंगाल से जो सिम सप्लाई किया जाता है, वह सिम जामताड़ा के सरफराज अंसारी को देता है. इसके सत्यापन के लिए प्रशिक्षु डीएसपी चंद्रशेखर कुमार के नेतृत्व में एक टीम को आसनसोल भेजा गया, ताकि पूछताछ हो सके. पूछताछ में पाया कि जामताड़ा का सरफराज अंसारी बंगाल से सिम मंगाता था.
बंगाल के साइबर गिरोह से एक हजार में सिम खरीदने वाला सरफराज गिरफ्तार
सरफराज एक सिम के बदले बंगाल के साइबर ठग गिरोह को एक हजार रुपये भुगतान करता था. आसनसोल में जो कांड दर्ज किया गया था उसकी के आधार पर जामताड़ा के पोसोई गांव में छापेमारी कर सरफराज अंसारी को गिरफ्तार कर और कर बंगाल पुलिस को सौंप दिया गया. उसे न्यायिक हिरासत में लिया गया है. एसपी ने बताया कि बंगाल के सिम से जो भी अपराध हुए हैं उस मामले में जांच हो रही है. साथ ही उन मामलों में भी उसे रिमांड पर भी लिया जायेगा. कहा अभी ट्रेंड देख रहे हैं कि साइबर ठगी मामले में पहले बंगाल की सिम मुहैया कराया जाता था, लेकिन अब बंगाल के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के सिम भी मुहैया कराया जा रहा है. एक टीम का गठन किया गया है. इससे पहले पांच एसआइ स्तर का टीम गठन कर बंगाल भेजा गया था, जहां 101 जगहाें पर सिम धारकों का सत्यापन किया. पूछताछ भी की गई है. कहा 10 पुलिस पदाधिकारियों की एक और टीम को बंगाल भेजा जा रहा है. ये टीम 200 जगहों पर छापेमारी करेगी और सत्यापन करेगी, जो भी सिमधारक हैं जिन्होंने जाने अनजाने में साइबर ठग गिरोह को सिम उपलब्ध कराया है उसका इनका डाटावेस तैयार किया जा रहा है. दोषी पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.