अब दोनों पैरों पर चलकर स्कूल जाएगी जमुई की सीमा, सरकार ने लगवाया कृत्रिम पैर
जमुई की सीमा की खबर मीडिया में आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी की देखरेख में उसे आर्टिफिशियल लेग दिया गया है. अब वह सामान्य बच्चों की तरह डग भरती हुई अपना विद्यालय जा पाएगी. 4 वर्ष पहले एक सड़क हादसे के बाद उसका पैर काटा गया था.
एक पैर से करीब 1 KM कूदकर स्कूल जाने वाली जमुई की सीमा की खबर मीडिया में आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी की देखरेख में शुक्रवार 27 मई को जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी दिव्यांग छात्रा सीमा कुमारी को विभाग के द्वारा कृत्रिम पैर मुहैया कराया गया है. डीईओ कपिलदेव तिवारी ने बताया कि अब सीमा के सपनों को पंख मिल गया है. उसे पढ़ाई की ऊंची उड़ान भरने से कोई नहीं रोक सकता है.
आर्टिफिशियल लेग कराया गया उपलब्ध
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि बीते 25 फरवरी को विभाग के द्वारा बैसाखी, व्हीलचेयर उसे उपलब्ध कराया गया था. दिव्यांग पैर की मापी भी लिया गया. इतने कम समय में विभाग के द्वारा उसे आर्टिफिशियल लेग उपलब्ध करा दिया गया है. अब वह सामान्य बच्चों की तरह डग भरती हुई अपना विद्यालय जाएगी. उन्होंने बताया कि वह कुशाग्र बुद्धि की विलक्षण छात्रा है. उसमें कुछ कर गुजरने की हिम्मत है. वह पढ़ेगी और आगे बढ़कर समाज का नाम रोशन करोगी.
500 मीटर दूर जाती है स्कूल
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि विभाग ऐसे होनहार छात्रों के बेहतर भविष्य को लेकर कई कार्य कर रही है और इसका परिणाम भी बेहतर मिल रहा है. बताते चलें कक्षा चार की छात्रा सीमा अपने एक पैर से 500 मीटर की दूरी प्रतिदिन विद्यालय के लिए तय करती थी. हर किसी को आश्चर्य होता था, लेकिन उसने हौसला नहीं हारी. अब उसके सपनों को पंख मिल गया है.
मीडिया को दिया धन्यवाद
दिव्यांग छात्रा सीमा ने बताया कि बीते 4 वर्ष पूर्व एक सड़क हादसे में मैं घायल हो गई. मेरी जान बचाने के खातिर चिकित्सक ने पैर काटने की सलाह दिया. उस वक्त मैं छोटी थी, यह आशंका लगा रहता कि अब मेरे हौसले पस्त हो जाएंगे ,लेकिन मैंने हार नहीं मानी. एक पैर से ही स्कूल जाती रही. मेरे इस हौसला पूर्ण कार्य को मीडिया की नजर पड़ी. वे सभी धन्यवाद के पात्र हैं. जिनके प्रयास से मुझे यह सब कुछ उपलब्ध हो पाया है.
जिलाधिकारी को भी दिया धन्यवाद
सीमा ने शिक्षा विभाग के अधिकारी व जिलाधिकारी को भी धन्यवाद दिया. उसने बताया मैं अपने मां-बाप और अपने सपनों को पूरा कर गांव ही नहीं अपितु जिला का नाम रोशन करूंगी. बताते चलें बीते 25 फरवरी को मीडिया में खबर आने के बाद जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह के द्वारा ट्रायसाइकिल, जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा व्हीलचेयर व बैसाखी मुहैया कराया गया था. शिक्षा विभाग द्वारा उसके दिव्यांग पैर की मापी भी लिया गया. जो उसे उपलब्ध करा दिया गया है. मौके पर शिक्षा विभाग के कार्यक्रम पदाधिकारी पारस कुमार, सोनी कुमारी, जिला मीडिया प्रभारी अमित कुमार सिंह सहित संबंधित विद्यालय के शिक्षक व स्थानीय लोग उपस्थित थे.